Class-11 General Hindi (सामान्य हिंदी ) Annual Exam model  paper 2024-25 Download PDF SN || कक्षा- 11 सामान्य हिंदी वार्षिक परीक्षा मॉडल पेपर 2024-25 की पीडीऍफ़

Class-11 General Hindi (सामान्य हिंदी ) Annual Exam exam model  paper 2024-25 Download PDF SN || कक्षा- 11 सामान्य हिंदी वार्षिक परीक्षा मॉडल पेपर 2024-25 की पीडीऍफ़

UP Board Class 11 Samanya Hindi Annual Exam exam model  paper 2024-25 Download PDF  यूपी बोर्ड कक्षा 11 सामान्य हिन्दी प्रश्न पत्र 2024-25 की पीडीऍफ़ 2024-25 New Model Paper PDF Sample Paper 2024-25. Class 11 Samanya Hindi Question Paper 2024-25 Download PDF || Class 11 Samanya Hindi Model Paper 2024-25 – UP Board Newly Updated Syllabus Question Paper 2024-25 session 2024-25 -UPMSP- Based on New pattern of Up Board.

Class 11Topic Annual Exam  model  paper
Board UP Board (UPMSP) Exam Year2025
StateUttar Pradesh यूपी बोर्ड आधिकारिक वेबसाइट UPMSP.EDU.IN
Exam Session 2024-25 Download PDF Click Here

कक्षा 11 सामान्य हिन्दी प्रश्नपत्र  यूपी बोर्ड परीक्षा  2024

समय 3:15 hr.पूर्णांक 100
प्रक्टिकल नहीं पासिंग मार्क 33.33%

वार्षिक परीक्षा प्रश्नपत्र  2025

कक्षा-11

सामान्य हिन्दी

समय: 3 घण्टे 15 मिनट ।                                                           पूर्णांक : 100

निर्देश-प्रारम्भ के 15 मिनट परीक्षार्थियों को प्रश्न-पत्र पढ़ने के लिये निर्धारित हैं। |

नोट- (i) सभी प्रश्न अनिवार्य हैं।

(ii) सभी प्रश्नों के निर्धारित अंक उनके सम्मुख निर्दिष्ट हैं।

खण्ड (क)

  1. (क) माधव-विलास’ के लेखक हैं- 1

(i) विट्ठलनाथ                             (ii) नाभादास

(iii) लल्लूलाल                          (iv) गोकुलनाथ।

(ख) ध्रुवस्वामिनी’ के लेखक हैं-                                                               1

(i) जयशंकरप्रसाद

(ii) जयशंकरप्रसाद

(iii) लक्ष्मीनारायण मिश्र

(iv) भारतेन्दु हरिश्चन्द्र।

(ग) ‘परीक्षागुरु’ किस गद्य-विधा की रचना है-                                              1

(i) उपन्यास

(ii) नाटक

(iii) निबन्ध

(iv) संस्मरण।

(घ) ‘जिन्दगी और जोंक’ के लेखक हैं-                                                       1

(i) जयशंकरप्रसाद

(ii) अमरकान्त

(iii) शिवानी

(iv) शिवानी

(ङ) ‘गेहूँ बनाम गुलाब’ निबन्ध में गुलाब किस प्रकार की प्रगति का द्योतक है-   1

(i) आर्थिक

(ii) सामाजिक

(iii) सांस्कृतिक

(iv) राजनीतिक।

  1. (क) बीसलदेव रासो’ के रचयिता हैं- 1

(i) देवसेन

(ii) नरपति नाल्ह

(iii) विजयसेन सूरि

(iv) जिनदत्त सूरि।

(ख) रामभक्तिशाखा से सम्बन्धित हैं-                                                         1

(i) कुम्भनदास

(ii) परमानन्ददास

(iii) नाभादास

(iv) चतुर्भुजदास।

(ग) हिन्दी साहित्य के किस काल को ‘पूर्व मध्यकाल’ कहा जाता है-                1

(i) आदिकाल

(ii) भक्तिकाल

(iii) रीतिकाल

(iv) आधुनिककाल।

(घ) ‘खड़ीबोली’ का प्रथम महाकाव्य है-                                                    1

(i) वैदेही वनवास

(ii) प्रियप्रवास

(iii) साकेत

(iv) कामायनी।

(ङ) सुमित्रानन्दन पन्त की रचना नहीं है-                                                     1

(i) उच्छ्वास

(ii) ग्राम्या

(iii) उत्तरा

(iv) अणिमा।

  1. दिये गये गद्यांश पर आधारित निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर दीजिए- 5×2=10

रुपया बिना बुद्धि बढ़े न बढ़ेगा। भाइयो राजा-महाराजों का मुँह मत देखो, मत यह आशा रखो कि पंडितजी कथा में ऐसा उपाय बतलावैंगे कि देश का रुपया और बुद्धि बढै। तुम आप ही कमर कसो, आलस छोड़ो, कब तक अपने को जंगली, हूस, मूर्ख, बोदे, डरपोकने पुकरवाओगे। दौड़ो, इस घुड़दौड़ में जो पीछे पड़े तो फिर कहीं ठिकाना नहीं।

प्रश्न-   (क) उपर्युक्त गद्यांश के पाठ एवं लेखक का नाम लिखिए।

(ख) प्रस्तुत गद्यांश के रेखांकित अंश की व्याख्या कीजिए।

(ग) यहाँ पर राजा-महाराजाओं का मुँह न देखने की बात के द्वारा लेखक क्या सन्देश देना चाहता है?

(घ) ‘कमर कसना’ मुहावरे का क्या अर्थ है?

(ङ) घुड़दौड़’ से लेखक का क्या आशय है और इसमें पीछे रहने का क्या परिणाम होगा?

अथवा

अन्धकार गया, रात गई, प्रातःकालीन संध्या भी गई। विपक्षीदल के एकदम ही पैर उखड़ गए। तब रास्ता साफ देख, वासर-विधाता भगवान् भास्कर ने निकल आने की तैयारी की। कुलिश-पाणी इन्द्र की पूर्व दिशा में, नए सोने के समान, उनकी पीली-पीली किरणों का समूह छा गया। उनके इस प्रकार आविर्भाव से एक अजीब ही दृश्य दिखाई दिया। आपने बड़वानल का नाम सुना ही होगा। वह एक प्रकार की आग है, जो समुद्र के जल को जलाया करती है। सूर्य के उस लाल-पीले किरण-समूह को देखकर ऐसा मालूम होने लगा जैसी वही बड़वाग्नि समुद्र की जल-राशि को जलाकर त्रिभुवन को भस्म कर डालने के इरादे से समुद्र के ऊपर उठ आई हो।

प्रश्न- (क) उपर्युक्त गद्यांश का सन्दर्भ लिखिए।

(ख) प्रस्तुत गद्यांश के रेखांकित अंश की व्याख्या कीजिए।

(ग) गद्यांश में विपक्षीदल किन्हें कहा गया है? ये किसके विपक्षी हैं?

(घ) भगवान् भास्कर के आने की तैयारी में क्या हुआ?

(ड़) बड़वाग्नि किस रूप में समुद्र के ऊपर उठ आई और क्यों?

  1. दिये गये पद्यांश पर आधारित निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर दीजिए- 5×2-10

तँ तँ करता तूं भया, मुझ मैं रही न हूँ।

बारी फेरी बलि गई, जित देखौं तित हूँ।।

प्रश्न   (क) उपयुक्त पद्यांश का सन्दर्भ लिखिये।

(ख) रेखांकित अंश की व्याख्या कीजिये।

(ग) ‘मुझ मैं रही न हूँ’ का आशय स्पष्ट कीजिए।

(घ) बारी फेरी किस कारण जल गई?

(ड़) बारी फेरी जलने का क्या परिणाम हुआ?

अथवा

अब कैं राखि लेहु भगवान।

हौं अनाथ बैठ्‌यौ द्रुम-डरिया, पारधि साधे बान॥

ताकै डर मैं भाज्यौ चाहत, ऊपर ढुक्यौ सचान।

दुहूँ भाँति दुःख भयौ आनि यह, कौन उबारै प्रान? ।।

सुमिरत ही अहि डस्यौ पारधी, कर छूट्यौ संधान ।

सूरदास सर लग्यौ सचानहिं, जय-जय कृपानिधान ॥

प्रश्न   (क) उपर्युक्त पद्यांश का सन्दर्भ लिखिये।

(ख) संसाररूपी वृक्ष की डाल पर कौन बैठा है? उस पर किसने अपना अविद्यारूपी बाण तान लिया है?

(ग) अविद्यारूपी बाण के भय से जीवात्मारूपी पक्षी जब उड़कर ऊपर भागना चाहता है तो उसे वहाँ पकड़ने के लिए कौन मँडरा रहा है?

(घ) जीवात्मारूपी पक्षी ने अपनी रक्षा हेतु अपने हृदय में किसका स्मरण किया?

(ड़) ‘द्रुम-डरिया’ का क्या अर्थ है?

  1. (क) निम्नलिखित में से किसी एक लेखक का जीयन-परिचय देते हुए उनकी कृतियों का उल्लेख कीजिए- (शब्द सीमा अधिकतम 80 शब्द) 3+2=5

(i) सरदार पूर्णसिंह

(ii) आचार्य महाबीर प्रसाद द्विवेदी

(iii) राहुल सांकृत्यायन

(ख) निम्नलिखित में से किसी एक कवि का जीवन-परिचय देते हुए उनकी कृतियों का उल्लेख कीजिए- (शब्द सीमा अधिकतम 80 शब्द) 3+2=5

(i) सूरदास

(ii) तुलसीदास

(ii) महाकवि भूषण ।

6.’बलिदान’ अथवा ‘आकाशदीप’ कहानी के उद्देश्य पर प्रकाश डालिए।            5

अथवा

‘ प्रायश्चित’ अथवा ‘समय कहानी का सारांश लिखिए।

  1. स्वपठित नाटक के द्वितीय अंक का कथानक अपने शब्दों में लिखिए। 5

अथवा

स्वपठित नाटक के आधार पर प्रमुख पात्र का चरित्र-चित्रण कीजिए।

खण्ड

  1. (क) निम्नलिखित संस्कृत गद्यांश का सन्दर्भ सहित हिन्दी में अनुवाद कीजिए- 2+5=7

भारतस्य स्वन्त्रन्दोलनस्य इदं नगरं प्रधान केन्द्रम आसीत्। श्रीमोतीलाल नेहरू, महामना मदनमोहनमालवीय, आजादोपनामकश्चन्द्रशेखरः अन्ये च स्वतन्त्रता संग्राम सैनिकाः अस्यामेव पावन भूमौ उपित्वा आन्दोलनस्य सञ्चालनम् अकुर्वन राष्ट्रनायकस्य पंडित जवाहरलालस्य इयं क्रीडास्थली कर्मभूमिश्च ।

अथवा

अयं पर्वतराजः भारतवर्षस्य उत्तरसीम्नि स्थितः तत् प्रहरीव शत्रुभ्यः सततं रक्षति। हिमालयादेव समुद्गम्य गङ्गा-सिन्धु-ब्रह्मपुत्राख्याः महानद्यः, शतद्रि-विपाशा-यमुना-सरयू-गण्डकी-नारायणी-कौशिकी-प्रभृ तयः नद्यश्च समस्तामपि उत्तरभारतभुवं स्वीकीयैः तीर्थोदकैः न केवलं पुनन्ति, अपितु इमां शस्यश्यामलामपि कुर्वन्ति।

(ख) निम्नलिखित रलोक का सन्दर्भ सहित हिन्दी में अनुवाद कीजिये-  2+5=7

आचाराल्लभते ह्यायुराचाराल्लभते श्रियम्।

आचारात् कीर्तिमाप्नोति पुरुषः प्रेत्य चेह च ।।

अथवा

जातस्य हि ध्रुवो मृत्युर्भुवं जन्म मृतस्य च।

तस्मादपरिहार्येऽर्थे न त्वं शोचितुमर्हसि ॥

  1. निम्न मुहावरों एवं लोकोक्तियाँ में से किन्हीं दो के अर्थ लिखते हुए उनका वाक्य प्रयोग कीजिए- 1+1-2

(i) अपने पांव में कुल्हाड़ी मारना

(ii) थाली का बैंगन

(iii) अपना हाथ जगन्नाथ

(iv) ऊँट के मुह में जीरा।

10.(क) (i) ‘महोत्सवः’ का सन्धि-विच्छेद है –                                   1

(A) महो + उत्सवः

(B) महा + उत्सवः

(C) मह + ओत्सवः

(D) महोत् + सवः।

(ii) ‘देवर्षिः ‘का सन्धि-विच्छेद है –                                                 1

(A) दे + वर्षिः

(B) देव + अर्षिः

(C) देव् + ऋषिः

(D) देव + ऋषिः।

(iii) ‘भवनम्’ का सन्धि-विच्छेद है –                                                1

(A) भव + नम्

(B) भव् + अनम्

(C) भव् + अनम्

(D) भव् + अनम् ।

(ख) (i) ‘ नाम्नाम् ‘ पद में विभक्ति एवं वनन है-                                  2

(A) पञ्चमी, एक यचन

(B) पष्ठी, बहुवचन

(C) चतुर्थी, बहुवचन

(D) चतुर्थी, एक वचन।

(ii) ‘ जगत्सु’ पद में विभक्ति एवं वनन है-                                          2

(A) पञ्चमी, एक यचन

(B) पष्ठी, बहुवचन

(C) सप्तमी, बहुवचन

(D) चतुर्थी, एक वचन।

(11) (i) कर्म-क्रम का समोच्चारित भिन्नार्थक शब्द है-                     1

(A) धर्म और कर्म

(B) काम और प्रारम्भ

(C) काम और प्रारम्भ

(D) काम और सिलसिला।

(ii) छात्र-क्षात्र का समोच्चारित-भिन्नार्थक शब्द है-                            1

(A) छतरीधारी और विद्यार्थी

(B) विद्यार्थी और नेत्र

(C) क्षत्रियधर्मी और विद्यार्थी

(D) विद्यार्थी और क्षत्रियोचित ।

(ग) निम्न में से किन्हीं दो शब्दों के दो-दो अर्थ लिखिये-                       1+1=2

(A) कुल

(B) कमल

(C) पानी

(D) गुण ।

(ग) निम्नलिखित में से किन्हीं दो वाक्याशों के लिये एक-एक उचित शब्द लिखिये-      2

(A) नख से लेकर शिखा तक के सब अंग

(B) जो दूर की बात सोच सके

(C) जिसका पति मर गया हो

(D) सेना के ठहरने का स्थान ।

(घ) निम्न में से किन्हीं दो वाक्यों को शुद्ध करके लिखिये- 2

(A) ईश्वर के अनेकों रूप हैं।

(B) आपकी पुस्तक, जो मेरे पास थी खो गई।

(C) यह काम चार आदमी का है।

(D) मुझे उपरोक्त नियम स्वीकार है।

12 (क) ‘रूपक’ अथवा ‘उपमा’ अलंकार की परिभाषा उदाहरण सहित लिखिये।          2

(ख) ‘वीर’ अथवा ‘श्रृंगार’ रस का लक्षण व उदाहरण लिखिये।  2

(ग) ‘चौपाई’ अथवा ‘दोहा’ छन्द का लक्षण व उदाहरण लिखिये। 2

13 ऋण हेतु बैंक – प्रबंधक को एक आवेदन को पत्र लिखिये।               6

अथवा

ध्वनि प्रदूषण के संबंध में संपादक को पत्र एक शिकायती पत्र लिखिये।

14 निम्नलिखित विषयों में से किसी एक विषय पर अपनी भाषा-शैली में निबन्ध लिखिये- 2+7=9

  • नई राष्ट्रीय शिक्षा -2020
  • भ्रष्टाचार-उन्मूलन: एक बड़ी समस्या
  • भारतीय कृषि एवं विज्ञान
  • आतंकवाद : एक चुनौती