Class-12 General Hindi (सामान्य हिन्दी) Pre-Board Exam Model Paper – प्री-बोर्ड परीक्षा मॉडल पेपर 2024-25 असली पेपर– इस बार ही ऐसा पेपर आयेगा 2025 में Download PDF
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Subject | General Hindi (सामान्य हिन्दी) |
Class | 12th |
Board Name | UP Board (UPMSP) |
Topic Name | Pre-Board Exam model paper |
Session | 2024-25 |
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102 302(GC)
2025
हिन्दी
समय : तीन घण्टे 15 मिनट , पूर्णांक : 100
नोट : (i) प्रारम्भ के 15 मिनट परीक्षार्थियों को प्रश्न-पत्र पढ़ने के लिए निर्धारित हैं।
(ii) इस प्रश्न-पत्र में दो खण्ड हैं। दोनों खण्डों के सभी प्रश्नों के उत्तर देना अनिवार्य हैं।
(खण्ड-क)
- (क)‘दीप जले शंख बजे‘ संस्मरण के लेखक हैं- 1
(i) जैनेन्द्र कुमार
(ii) कन्हैयालाल मिश्र ‘प्रभाकर‘
(iii) हरिशंकर परसाई
(iv) उपेन्द्रनाथ ‘अश्क‘
(ख)‘वसुधा’ साहित्यिक पत्रिका के सम्पादक थे- 1
(i) हरिशंकर परसाई
(ii) रामवृक्ष बेनीपुरी
(iii) राय कृष्णदास
(iv) ‘अज्ञेय’
(ग) एकांकी शिल्प के समुचित विकास की दृष्टि से एकांकी के जनक माने जाते हैं-
या ‘एकांकी सम्राट’ किसको कहा जाता है? 1
(i) जयशंकर प्रसाद
(ii) डॉ० रामकुमार वर्मा
(iii) भारतेन्दु हरिश्चन्द्र
(iv) उपेन्द्रनाथ ‘अश्क’
(घ) ‘प्लेग की चुड़ैल’ गद्य की किस विधा की रचना है? 1
(i) नाटक
(ii) कहानी
(iii) एकांकी
(iv) उपन्यास
(ङ) ‘कहानी एक सूक्ष्मदर्शक यन्त्र है, जिसके नीचे ‘मानवीय अस्तित्व के रूपक दृश्य खुलते हैं।‘ यह कथन किसका है? 1
(i) सच्चिदानन्द हीरानंद वात्स्यायन ‘अज्ञेय’,
(ii) मुंशी प्रेमचन्द
(iii) जयशंकर प्रसाद
(iv) आचार्य रामचन्द्र शुक्ल
- (क) सामान्य रूप से प्रगतिवादी काव्य की समय-सीमा मानी जाती है— 1
(i) सन् 1930 से 1946 तक
(ii) सन् 1932 से 1947 तक
(iii) सन् 1936 से 1943 तक
(iv) सन् 1940 से 1950 तक
(ख) ‘अज्ञेय’ द्वारा सम्पादित किस ‘सप्तक’ में कोई कवयित्री संकलित नहीं है? 1
(i) ‘तारसप्तक’ में
(ii) ‘तीसरा सप्तक’ में
(iii) ‘दूसरा सप्तक’ में
(iv) ‘चौथा सप्तक’ में
(ग) ‘धर्म तथा ईश्वर के प्रति अनास्था’ आधुनिक काल के किस युग की प्रवृत्ति है? 1
(i) छायावाद-युग की
(ii) प्रगतिवाद-युग की
(iii) नयी कविता-काल की
(iv) प्रयोगवाद-युग की
(घ) ‘हरी घास पर क्षण भर’ कविता-संग्रह है- 1
(i) महादेवी वर्मा की
(ii) सुमित्रानन्दन पंत की
(iii) सच्चिदानन्द हीरानन्द वात्स्यायन ‘अज्ञेय’ की
(iv) इनमें से कोई नहीं
(ङ) ‘सुमन राजे’ की कविताएँ किस ‘सप्तक’ में संकलित हैं? 1
(i) दूसरा सप्तक’ में
(ii) ‘तीसरा सप्तक’ में
(iii) ‘चौथा सप्तक’ में
(iv) ‘तारसप्तक’ में
प्रश्न 3. निम्नलिखित गद्यांश का सन्दर्भ देते हुए किसी एक के नीचे दिए गए प्रश्नों के उत्तर दीजिए: 2+2+2+2+2+=10
भाग्य को भी मैं इसी तरह मानता हूँ। वह तो विधाता का ही दूसरा नाम है। वे सर्वान्तर्यामी और सार्वकालिक रूप में हैं, उनका अस्त ही कब है कि उदय हो। यानी भाग्य के उदय का प्रश्न सदा हमारी अपनी अपेक्षा से है। धरती का रुख सूरज की तरफ हो जाय, यही उसके लिए सूर्योदय है। ऐसे ही मैं मानता हूँ कि हमारा मुख सही भाग्य की तरफ ही जाय तो इसी को भाग्योदय कहना चाहिए।
(i) उपर्युक्त गद्यांश के पाठ और लेखक का नाम लिखिए।
(ii) रेखांकित अंश की व्याख्या कीजिए।
(iii) लेखक ने भाग्योदय की तुलना किससे की है?
(iv) यदि सूर्य का उदय नहीं होता तो हम किसे सूर्योदय मानते?
(v) लेखक ने किसे विधाता का ही दूसरा नाम बताया है?
अथवा
जन्म लेने वाले प्रत्येक व्यक्ति के भरण-पोषण की, उसके शिक्षण की जिससे वह समाज के एक जिम्मेदार घटक 5 के नाते अपना योगदान करते हुए अपने विकास में समर्थ हो सके, उसके लिए स्वस्थ एवं क्षमता की अवस्था में जीविकोपार्जन की, और यदि किसी भी कारण वह सम्भव न हो तो भरण-पोषण की तथा उचित अवकाश की व्यवस्था करने की जिम्मेदारी समाज की है। प्रत्येक सभ्य समाज इसका किसी-न-किसी रूप में निर्वाह करता है। प्रगति के यही मुख्य मानदण्ड हैं। अतः न्यूनतम जीवन-स्तर की गारण्टी, शिक्षा, जीविकोपार्जन के लिए रोजगार, सामाजिक सुरक्षा और कल्याण को हमें मूलभूत अधिकार के रूप में स्वीकार करना होगा।
(i) उपर्युक्त गद्यांश के पाठ और लेखक का नाम लिखिए।
(ii) रेखांकित अंश की व्याख्या कीजिए।
(iii) व्यक्ति के भरण-पोषण की जिम्मेदारी समाज की होने का क्या कारण है?
(iv) प्रगति के मुख्य मानदण्ड क्या हैं?
(v) उपर्युक्त गद्यांश का आशय स्पष्ट कीजिए।
प्रश्न4. पद्यांश पर आधारित निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर लिखिए- 5×2=10
मारग प्रेम को को समुझै ‘हरिचन्द‘ यथारथ होत यथा है।
लाभ कछू न पुकारन में बदनाम ही होन की सारी कथा है।
जानत है जिय मेरौ भली, बिधि औरु उपाइ सबै बिरथा है।
बावरे हैं ब्रज के सिगरे मोहिं नाहक पूछत कौन बिथा है।।
(i) प्रस्तुत पद्यावतरण किस पाठ से लिया गया है? इसके रचयिता कौन हैं?
(ii) रेखांकित अंशों की व्याख्या कीजिए।
(iii) बदनाम होने का क्या कारण है?
(iv) बावरे कौन हैं और क्या पूछते हैं?
(v) ‘बावरे‘ तथा ‘सिगरे‘ शब्दों का अर्थ लिखिए।
अथवा
भेजे मनभावन के उद्धव के आवन की
सुधि ब्रज-गावँनि में पावन जबै लगीं।
कहें ‘रतनाकर‘ गुवालिनि की झौरि-झौरि
दौरि-दौरि नंद-पौरि आवन तबै लगीं ।।
उझकि-उझकि पद-कंजनि के पंजनि पै
पेखि-पेखि पाती छाती छोहनि छबै लगीं।
हमकों लिख्यौ है कहा, हमकों लिख्यौ है कहा
हमकों लिख्यौ है कहा कहन सबै लगीं ।।
(i) उपर्युक्त पद्यांश के शीर्षक और कवि का नाम लिखिए।
(ii) रेखांकित अंश की व्याख्या कीजिए।
(iii) किसके आने का समाचार पाकर गोपियों के झुण्ड-के-झुण्ड दौड़-दौड़कर नन्द जी के द्वार पर आने लगे?
(iv) गोपियों के पास श्रीकृष्ण का सन्देश लेकर कौन आए थे?
(v) ‘दौरि-दौरि नन्द-पौरि आवन तबै लगीं।‘ पंक्ति में कौन-से अलंकार हैं?
प्रश्न-5. (क) निम्नलिखित में से किसी एक लेखक का जीवन परिचय देते हुए उनकी कृतियों का उल्लेख कीजिये-(शब्द सीमा -80) 3+2=5
- वसुदेव शरण अग्रवाल
- पं० दीनदयाल उपाध्याय
- प्रो० जी० सुन्दर रेड्डी
(ख) निम्नलिखित में से किसी एक कवि का जीवन परिचय देते हुए उनकी कृतियों का उल्लेख कीजिये-(शब्द सीमा -80) 3+2=5
- जयशंकर प्रसाद
- रामधारी सिंह ‘दिनकर’
- सूर्यकांत त्रिपाठी ‘निराला’
प्रश्न-6 कहानी तत्वों के आधार पर ‘पंचलाइट‘ अथवा ‘बहादुर‘ कहानी की समीक्षा कीजिए। (शब्द सीमा-80) 5
अथवा
‘कर्मनाशा की हार‘ कहानी के प्रमुख पात्र का चरित्र-चित्रण कीजिए।
प्र०-7 स्वपठित खण्डकाव्य के आधार पर निम्नलिखित प्रश्नों में से किसी एक प्रश्न का संक्षिप्त उत्तर दीजिए। (शब्द सीमा अधिकतम-80) 5
(क) ‘रश्मिरथी‘ खण्डकाव्य के आधार पर प्रधान पात्र के चरित्र पर प्रकाश डालिए।
अथवा
‘रश्मिरथी‘ खण्डकाव्य के किसी एक सर्ग की कथावस्तु संक्षेप में लिखिए।
(ख) ‘श्रवण कुमार‘ खण्डकाव्य के तृतीय सर्ग की कथा का सारांश लिखिए।
अथवा
‘श्रवण कुमार‘ खण्डकाव्य के आधार पर ‘प्रधान पात्र‘ का चरित्र-चित्रण लिखिए।
(ग) ‘मुक्तियज्ञ‘ खण्डकाव्य के नायक की चारित्रिक विशेषताओं का उल्लेख कीजिए।
अथवा
‘मुक्तियज्ञ‘ खण्डकाव्य की किसी घटना का संक्षेप में उल्लेख कीजिए।
(घ) ‘त्यागपथी‘ खण्डकाव्य की प्रमुख नारी पात्र के चारित्रिक गुणों पर प्रकाश डालिए।
अथवा
‘त्यागपथी‘ खण्डकाव्य के आधार पर प्रधान पात्र का चरित्र-चित्रण लिखिए।
(ङ) ‘सत्य की जीत‘ खण्डकाव्य की कथावस्तु संक्षेप में लिखिए।
अथवा
‘सत्य की जीत‘ खण्डकाव्य के आधार पर द्रोपदी का चरित्र चित्रण कीजिए।
(च) ‘आलोकवृत्त‘ खण्डकाव्य के आधार पर ‘असहयोग आन्दोलन‘ की घटना का वर्णन कीजिए।
अथवा
‘आलोकवृत्त‘ खण्डकाव्य के आधार पर महात्मा गांधी की चारित्रिक विशेषताओं पर प्रकाश डालिए।
खण्ड-‘ख’
प्रश्न- 8 (क) निम्नलिखित संस्कृत गद्यांश का सन्दर्भ सहित हिंदी में अनुवाद कीजिए- 2+5=7
गुरुणा एवम् आज्ञप्तः महर्षिर्दयानन्दः एतद्देशवासिनो जनान् उद्धत कर्मक्षेत्रेऽवतरत्। सर्वप्रथमं हरिद्वारे कुम्भपर्वणि भागीरथीतटे पाखण्डखण्डिनी पताकामस्थापयत्। ततश्च हिमाद्रि गत्वा त्रीणि वर्षाणि तपः अतप्यत्। तदनन्तरमयं प्रतिपादितवान् ऋग्यजुसामाथवणो वेदाः नित्या ईश्वर काश्च, ब्राह्मण- क्षत्रिय वैश्य-शूद्राणां गुण-कर्मस्वभावैः विभागः न तु जन्मना, चत्वारः एव आश्रमाः, ईश्वरः एकः एव, ब्रह्म-पितृ-देवातिथि-बलि-वैश्वदेवाः पञ्च महायज्ञा नित्यं करणीमाः। ‘स्त्रीशूद्री वेदं नाधीयाताम् अस्य वाक्यस्य असारतां प्रतिपाद्य सर्वेषां वेदाध्ययनाधिकार व्यवस्थापयत्। एवमयं पाखण्डोन्मूलनाय वैदिक धर्मसंस्थापनाय च सर्वत्र भ्रमति स्म।
अथवा
आः तिष्ठ इदानीम्। कथं न दृष्टः केशवः? अहो क्लस्यत्वं केशवस्य। आः तिष्ठ इदानीम् कथं न दृष्टः केशवः! अहो दीर्घत्वं केशवस्या कथं न दृष्टः केशवः! अयं केशवः। कथं सर्वत्र शालायां कैशवा एव केशवा: दृश्यन्ते! किम् इदानीं करिष्ये! भवतु, दृष्टम्। भो राजानः! एकेन एक:केशवः बध्यताम्। कथं स्वयमेव पाशैर्बद्धाः पतन्ति राजानः।
(ख) निम्नलिखित श्लोकों का हिन्दी में सन्दर्भ सहित अनुवाद कीजिए: 2+5=7
पश्य रूपाणि सौमित्रे वनानां पुष्पशालिनाम्।
सृजतां पुष्पवर्षाणि तोयं तोयमुचामिव
अथवा
आकारसदृशप्रज्ञः प्रज्ञया सदृशागमः ।
आगमैः सदृशारम्भ आरम्भसदृशोदयः ।
प्रश्न-9. निम्नलिखित में से किन्हीं दो का संस्कृत में उत्तर दीजिए- 2+2=4
(i) राजा भोजः कालिदासं किं कर्तुं प्राह ?
(ii) वसन्तकाले वृक्षाः कीदृशाः भवन्ति?
(iii) शकुनिगणाः कं राजानम् अकुर्वन्?
(iv) नृपतिः दिलीप: कस्मिन् वंशे प्रसूतः?
प्रश्न-10 (क) श्रृंगार रस अथवा करूण रस की परिभाषा लिखकर उसका उदाहरण दीजिए। 1+1=2
(ख) श्लेष अलंकार अथवा दृष्टान्त अलंकार की परिभाषा उदाहरण सहित लिखिए। 1+1=2
(ग) चौपाई छन्द अथवा दोहा छन्द की परिभाषा उदाहरण सहित लिखिए। 1+1=2
प्रश्न-11 निम्नलिखित में से किसी एक विषय पर निबन्ध लिखिए- 2+7=9
(i) बेरोजगारी समस्या और समाधान
(ii) जनसँख्या – वृद्धि कि समस्या
(iii) देशाटन से लाभ
(iv) गोस्वामी तुलसीदास
प्रश्न-12 (क) (i) ‘निश्छलम्‘ का सन्धि-विच्छेद होगा- 1
(अ) निश् + छलम्
(ब) निश् + हलम
(स) निस् + छलम्
(द) निस + छल
(ii) ‘हरिश्चन्द्र‘ में सन्धि है— 1
(अ) स्वर सन्धि
(ब) व्यञ्जन सन्धि
(स) विसर्ग सन्धि
(द) दीर्घ सन्धि
(iii) ‘गौश्चरति‘ का संधि-विच्छेद होगा- 1
(अ) गौः + चरति
(ब) गोः + चरति
(स) गौश् + चरति
(द) गौ + चरति
(ख) निम्नलिखित में से किसी एक का विग्रह करके समास का नाम लिखिए- 1+1=2
(अ) रक्ताश्वः
(ब) यथाशक्ति:
(स) पीताम्बरम्
प्र0-13 भारतीय स्टेट बैंक में बचत खाता खोलने के लिए बैंक प्रबन्धक को आवेदन/ प्रार्थना पत्र लिखिए। 2+6=8
अथवा
शहर में फैली संक्रामक बीमारी की तरफ जिलाधिकारी का ध्यान आकर्षित करने के लिए आवेदन पत्र / प्रार्थना पत्र लिखिए।
प्र०-14 (क)(i) निम्नलिखित में से किसी एक शब्द के धातु एवं प्रत्यय का योग स्पष्ट कीजिए- 1
(अ) नीत्वा
(ब) बुद्धिमती
(स) गतः
(ii) निम्नलिखित में से किसी एक शब्द का प्रत्यय लिखिए- 1
(अ) प्रभुत्वम्
(ब) हत्वा
(स) हतः
(ख) रेखांकित पदों में से किसी एक पद में प्रयुक्त विभक्ति तथा सम्बन्धित नियम का उल्लेख कीजिए- 1+1=2
(अ) विद्यालयं निकषा जलाशयः अस्ति।
(ब) विलग्रामं निकषा गंगा प्रवहित।
(स) सः पादेन खंजः अस्ति