Class 10 Hindi Paper 2025-801-(BF): UP Board Previous Year Paper Board Exam 2025 के हिन्दी (Hindi) के सभी पेपर की पीडीऍफ़
Highchool Hindi latest model paper – old paper 2025 इस पोस्ट में यूपी बोर्ड परीक्षा 2025 विषय हिन्दी (Hindi ) के प्रश्नपत्रों के सभी 8 सेट दिए जा रहे हैं। इनके माध्यम से हाईस्कूल की यूपी बोर्ड परीक्षा 2026 के पेपर का आइडिया लग जाएगा। सभी छात्र डाउनलोड कर लें अथवा स्क्रीनशॉट लेकर सुरक्षित रख लें। कक्षा 10 वीं / हाईस्कूल की परीक्षा हिन्दी विषय के लिए अति महत्वपूर्ण प्रश्न हैं।
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सामान्य निर्देश :
(i) प्रारम्भ के 15 मिनट परीक्षार्थियों को प्रश्न-पत्र पढ़ने के लिए निर्धारित हैं।
(ii) सभी प्रश्न अनिवार्य हैं।
(iii) यह प्रश्न-पत्र दो खण्डों खण्ड ‘अ’ तथा खण्ड ‘ब’ में विभाजित है।
(iv) इस प्रश्न-पत्र के खण्ड ‘अ’ में 20 बहुविकल्पीय प्रश्न हैं, जिसमें दिये गये चार विकल्पों में से सही विकल्प का चयन करके ओ.एम.आर. उत्तर-पत्रक पर नीले अथवा काले बॉल प्वाइंट पेन से सही विकल्प वाले गोले को अच्छी तरह रंगकर देना है।
(v) खण्ड ‘अ’ के बहुविकल्पीय प्रश्नों हेतु प्रत्येक प्रश्न के लिए 1 अंक निर्धारित है। बहुविकल्पीय प्रश्नों हेतु नकारात्मक अंकन की व्यवस्था नहीं है। अतः सभी प्रश्नों के उत्तर देने का प्रयास कीजिए ।
(vi) ओ.एम.आर. शीट पर उत्तर देने के पश्चात संबंधित गोले को काटे नहीं तथा इरेजर एवं ह्वाइटनर का प्रयोग न करें।
(vii) प्रत्येक प्रश्न के सम्मुख उनके निर्धारित अंक दिये गये हैं।
(viii) खण्ड ‘ब’ में वर्णनात्मक प्रश्न पूछे गये हैं। इसके लिए कुल 50 अंक निर्धारित हैं।
(ix) खण्ड ‘ब’ के प्रश्नों के उत्तर यथासंभव क्रमानुसार लिखने का प्रयास कीजिए। जो प्रश्न नहीं आता हो उस पर समय नष्ट मत कीजिए ।
(x) वर्णनात्मक प्रश्नों के उत्तर देते समय सुन्दर, स्पष्ट एवं पठनीय लेखन पर विशेष ध्यान दीजिए ।
खण्ड – ‘अ’ 20
(बहुविकल्पीय प्रश्न)
- ‘रानी केतकी की कहानी’ के रचनाकार हैं 1
(A) सदल मिश्र (B) इंशा अल्ला खाँ
(C) सदासुख लाल (D) लल्लू लाल
- ‘अजातशत्रु’ नाटक के रचनाकार हैं 1
(A) जयशंकर प्रसाद (B) डॉ० राजेन्द्र प्रसाद
(C) रामचन्द्र शुक्ल (D) रामकुमार वर्मा
- शुक्ल-युग के, ‘आलोचना’ बिधा के प्रमुख लेखक हैं 1
(A) प्रेमचन्द (B) प्रतापनारायण मिश्र
(C) रामचन्द्र शुक्ल (D) इनमें से कोई नहीं
- शुक्लोत्तर युग की समयावधि है 1
(A) सन् 1900 से 1918 ई० तक (B) सन् 1938 से 1947 ई०
(C) सन् 1947 से अब तक (D) सन् 1918 से 1938 ई०
- ‘अनन्त आकाश’ के रचनाकार हैं 1
(A) जयप्रकाश भारती (B) धर्मवीर भारती
(C) बाबू गुलाब राय (D) उपेन्द्रनाथ ‘अश्क’
- प्रयोगवादी काव्य की विशेषता है 1
(A) रस पर आधारित ग्रन्थ (B) आश्रयदाताओं की प्रशंसा
(C) नवीन उपमानों का प्रयोग (D) इनमें से कोई नहीं
- रीतिकाल की समयावधि है 1
(A) सन् 1643 से 1656 ई० (B) सन् 1643 से 1843 ई०
(C) सन् 1643 से 1943 ई० (D) सन् 1643 से 1800 ई०
- आधुनिक युग की ‘मीरा’ कही जाती हैं 1
(A) मीराबाई (B) सुभद्रा कुमारी चौहान
(C) महादेवी वर्मा (D) इनमें से कोई नहीं
- ‘मैथिलीशरण गुप्त’ की रचना है 1
(A) परिवर्तन (B) भारत-भारती
(C) नीरजा (D) कामायनी
- केदारनाथ सिंह किस सप्तक के कवि हैं? 1
(A) ‘तार सप्तक’ के (B) ‘दूसरा सप्तक’ के
(C) ‘तीसरा सप्तक’ के (D) ‘चौथा सप्तक’ के
- जो घनीभूत पीड़ा थी, मस्तक में स्मृति सी छाई।
दुर्दिन में आँसू बनकर, वह आज बरसने आयी
उपर्युक्त पंक्तियों में रस है 1
(A) वीर रस (B) करुण रस
(C) हास्य रस (D) शान्त रस
- रूपक अलंकार होता है 1
(A) उपमेय-उपमान की समानता में (B) उपमेय-उपमान के अभेद में
(C) उपमेय से उपमान की विशिष्टता में (D) उपमेय से उपमान की हीनता में
- किस छन्द के प्रत्येक चरण में 11-13 के विराम से 24 मात्राएँ होती है? 1
(A) दोहा (B) रोला
(C) चौपाई (D) बरबै
- ‘परिपूर्ण शब्द में उपसर्ग है 1
(A) प (B) परि
(C) पूर्ण (D) पर
- ‘माता-पिता’ में समास है 1
(A) अव्ययीभाव समास (B) द्विगु समास
(C) द्वन्द्व समास (D) कर्मधारय समास
- ‘धीरज’ शब्द का तत्सम-रूप कौन-सा है? 1
(A) धैर्य (B) धारण
(C) शान्ति (D) सहन करना
- ‘तस्य’ शब्द में विभक्ति और बचन है 1
(A) द्वितीया, एकवचन (B) चतुर्थी, एकवचन
(C) षष्ठी, एकवचन (D) प्रथमा, एकवचन
- जिस वाक्य में क्रिया की प्रधानता हो, वह बाच्य है 1
(A) कर्मचाच्य (B) कर्तृवाच्य
(C) भाववाच्य (D) इनमें से कोई नहीं ।
- विकारी पद (शब्द) कितने प्रकार के होते हैं? 1
(A) 2 (B) 4
(C) 3 (D) 6
- जातिवाचक ‘संज्ञा’ शब्द है 1
(A) शिक्षक (B) दरबार
(C) अँधेरा (D) कोमल
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खण्ड ‘ब’
वर्णनात्मक प्रश्न
- निम्नलिखित गद्यांश पर आधारित दिए गए प्रश्नों के उत्तर दीजिए। 3×2=6
“मैं ब्राह्मणी हूँ, स्वस्थ होकर मुग़ल ने कहा- “माता! तो फिर मैं चला जाऊँ?” स्त्री विचार कर रही थी मुझे तो अपने धर्म अतिथिदेव की उपासना का पालन करना चाहिए। परन्तु यहाँ नहीं नहीं, सब विधर्मी दया के पात्र नहीं। परन्तु यह दया तो नहीं कर्तव्य करना है। तब ?”
मुगल अपनी तलबार टेककर उठ खड़ा हुआ। ममता ने कहा “क्या आश्चर्य है कि तुम भी छल करो, ठहरो ।”
“छल ! नहीं, तब नहीं स्त्री ! जाता हूँ, तैमूर का विशधर स्त्री से छल करेगा ? जाता हूँ।”
(i) उपर्युक्त गद्यांश का सन्दर्भ लिखिए।
(ii) ममता ने किस उपासना का पालन किया
(iii) रेखांकित अंश की व्याख्या कीजिए ।
अथवा
अभी चन्द्रमा के लिए अनेक उड़ानें होंगी। दूसरे ग्रहों के लिए मानवरहित यान छोड़े जा रहे हैं। अन्तरिक्ष में परिक्रमा करने वाला स्टेशन स्थापित करने की दिशा में तेजी से प्रयत्न किये जा रहे हैं। ऐसा स्टेशन बन जाने पर ब्रह्माण्ड के रहस्यों की पर्ने खोलने में काफी सहाष्ठा मिलेगी। यह पृथ्वी मानच के लिये पालने के समान है। यह हमेशा-हमेशा के लिए इसकी परिधि में बंधा हुआ वहीं रह सकता। अज्ञात की खोज में वह कहाँ तक पहुँचेगा, कौन कह सकता है ?
(i) उपर्युक्त गद्यांश के पाठ का नाम और लेखक का नाम लिखिए ।
(ii) अन्तरिक्ष में स्टेशन बन जाने से मानव को किसमें सहायता मिलेगी?
(iii) रेखांकित अंश की व्याख्या कीजिए ।
- निम्नलिखित पद्यांश पर आधारित दिए गए प्रश्नों के उत्तर दीजिए। 3×2=6
मोर-मुकुट की चंद्रिकनु, थीं राजत नंद नंद।
मनु ससि सेखर की अकस, किय सेखर सत चंद ।।
सोहत ओढ़े पीतु पटु, स्याम सलौनें गात ।
मनी नीलमनि-सैल पर आतपु पौ प्रभात ।।
(i) उपर्युक्त पद्यांश का सन्दर्भ लिखिए ।
(ii) रेखांकित अंश की व्याख्या कीजिए।
(iii) पद्यांश में प्रयुक्त अलंकारों को पहचानकर उनके नाम लिखिए ।
अथवा
हे चिर महान !
यह स्वर्णरश्मि छू श्वेत भाल,
बरसा जाती रंगीन हास,
सेली बनता है इन्द्रधनुष,
परिमल मल मल जाता बतास !
पर रागहीन तू हिम निधान !
नभ में गर्वित झुकता न शीश
पर अंक लिये है दीन क्षार;
(i) उपर्युक्त पद्यांश का सन्दर्भ लिखिए।
(ii) रेखांकित अंश की व्याख्या कीजिए ।
(iii) ‘परिमल मल मल जाता बतास’ इस पंक्ति में प्रयुक्त अलंकार का नाम लिखिए ।
- निम्नलिखित संस्कृत गद्यांश का सन्दर्भ सहित हिन्दी में अनुवाद कीजिए। 2+3=5
(क) आरक्षक श्रीमन् अयम् अस्ति चन्द्रशेखरः।
अयं राजद्रोही । गतदिने अनेनैव असहयोगीनी सभीबाम् एकस्य आरक्षकस्य दुर्जय सिंहस्य मस्तके प्रस्तर खण्डेन प्रहारः कृतः येन दुर्जय सिंहः आहवः।
न्यायाधीशः (तं बालकं विस्मयेन विलोकयन् रे बालक! तब किं नाम ?
अथवा
(ख) अस्माकं संस्कृतिः सदा गतिशीला बर्तते। मानक जीवनं संस्कर्तुम एषा यथासमयं नवां नथां विचारधारां स्वीकरोति, नवां शक्तिं च प्राप्नोति । अत्र दुराग्रहः नास्ति, यत् युक्ति युक्तं कल्याणकारि च तदत्र सहर्ष गृहीतं भवति । एतस्याः गतिशीलतायाः रहस्यं मानव जीवनस्य शाश्वतमूल्येषु निहितम्, तद् यथा सत्यस्य प्रतिष्ठा, सर्वभूतेषु समभावः विचारेषु औदार्यम्, आचारे दृढ़ता चेति ।
- निम्नलिखित संस्कृत श्लोकों में से किसी एक का सन्दर्भ सहित हिन्दी में अनुवाद कीजिए। 2+3=5
मङ्गलं मरणं यत्र विभूतिर्वत्र भूषणम् ।
कौपीनं यत्र कौशेयं तेन काशी केन मीयते ।।
अथवा
माता गुरुतरा भूमे खात् पितोच्यतरस्तथा ।
मनः शीघ्रतरं वातात् चिन्ता बहुतरी तृणात् ।।
- अपने पठित खण्डकाव्य के आधार पर दिए गए प्रश्नों में से किसी एक प्रश्न का उत्तर दीजिए: 3
(क) (i) ‘मुक्तिदूत’ खण्डकाव्य के प्रमुख पात्र का चरित्र-चित्रण कीजिए ।
(ii) ‘मुक्तिदूत’ खण्डकाव्य के द्वितीय सर्ग का कथानक संक्षेप में लिखिए।
(ख) (i) ‘ज्योति जवाहर’ खण्डकाव्य के आधार पर आधुनिक भारत के निर्माता पं०
जवाहरलाल नेहरू का चरित्र-चित्रण कीजिए ।
(ii) ‘ज्योति जबाहर’ खण्डकाव्य का कथानक संक्षेप में लिखिए ।
(ग) (i) ‘मेवाड़ मुकुट’ खण्डकाव्य के चतुर्थ सर्ग बौलत’ की कथावस्तु अपने शब्दों में लिखिए।
(ii) ‘मेवाड़ मुकुट’ खण्डकाव्य के किस पात्र ने आपको देश प्रेम के लिए प्रेरित किया है। उसके चरित्र को विशेषताएँ, लिखिए ।
(घ) (i) ‘अग्रपूजा’ खण्डकाव्य के ‘आयोजन सर्ग’ का कथानक संक्षेप में लिखिए ।
(ii) ‘अग्रपूजा’ खण्डकाव्य के आधार पर ‘युधिष्ठिर’ का चरित्र-चित्रण कीजिए ।
(ड़) (i) ‘जय सुभाष’ खण्डकाव्य के नायक ‘सुभाषचन्द्र बोस’ की चारित्रिक विशेषताएँ लिखिए।
(ii) ‘जय सुभाष’ खण्डकाव्य के किसी एक सर्ग का सारांश अपने शब्दों में लिखिए ।
(च) (i) ‘कर्ण’ खण्डकाव्य के द्वितीय सर्ग का सारांश लिखिए ।
(ii) ‘कर्ण’ खण्डकाव्य के आधार पर कर्ण का चरित्र चित्रण कीजिए ।
(छ) (i) ‘कर्मवीर भरत’ के तृतीय सर्ग (कौशल्या-सुमित्रा मिलन) की कथाबस्तु संक्षेप में लिखिए ।
(ii) ‘कर्मवीर भरत’ खण्डकाव्य के आधार पर ‘भरत’ का चरित्र चित्रण कीजिए ।
(ज) (i) ‘मातृभूमि के लिए’ खण्डकाव्य के किसी एक सर्ग का सारांश लिखिए ।
(ii) ‘मातृभूमि के लिए’ खण्डकाव्य के नायक ‘चन्द्रशेखर आजाद’ का चरित्र-चित्रण कीजिए ।
(झ) (i) ‘तुमुल’ खण्डकाव्य के नवम् सेर्ग (लक्ष्मण मेघनाद बुद्ध तथा लक्ष्मण की मूच्र्च्छा) की कथावस्तु संक्षेप में लिखिए ।
(ii) ‘तुमुल’ खण्डकाव्य के आधार पर ‘मेघनाद’ का चरित्र चित्रण कीजिए ।
- (क) निम्नलिखित लेखकों में से किसी एक लेखक का जीवन परिचय देते हुए उनकी एक प्रमुख रचना का उल्लेख कीजिए: 3+2=5
(i) रामचन्द्र शुक्ल
(ii) रामधारी सिंह ‘दिनकर’
(iii) भगवतशरण उपाध्याय ।
(ख) निम्नलिखित कवियों में से किसी एक कवि का जीवन परिचय देते हुए उनकी एक प्रमुख रचना का उल्लेख कीजिए: 3+2=5
(i) सूरदास
(ii) माखनलाल चतुर्वेदी
(iii) सुभद्राकुमारी चौहान ।
- अपनी पाठ्यपुस्तक के संस्कृत खण्ड से कण्ठस्थ कोई एक श्लोक लिखिए, जो इस प्रश्नपत्र में न आया हो। 2
- अपने जनपद में स्थित किसी धार्मिक अथवा ऐतिहासिक स्थल का वर्णन करते हुए अपने मित्र को पत्र लिखिए । 4
- निम्नलिखित में से किन्हीं दो प्रश्नों के उत्तर संस्कृत में दीजिए: 1+1=2
(i) विश्वासः केन वर्धते?
(ii) भारत विजयः न केवलं दुष्करः असम्भबोऽपि इति कस्य उक्तिः?
(iii) चन्द्रशेखरः स्व गृहं किम् अवदत्?
(iv) कः मुगल युवराजः उपनिषदाम् अनुवाद पारसीभाषार्या कारितः?
- निम्नलिखित में से किसी एक विषय पर निबन्ध लिखिए: 7
(i) नारी-शिक्षा
(ii) वनों के काटने से हानियाँ
(iii) किसी एक त्योहार का वर्णन
(iv) विज्ञान वरदान या अभिशाप
(v) बेरोजगारी की समस्या
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