यूपी बोर्ड कक्षा 10 हिन्दी पुराने प्रश्न पत्र 2024 की पीडीऍफ़ – UP Board Class 10 Hindi Previous Year Question Paper 2024 Download PDF [Set 2 – 801 (HB)]
Class 10 Hindi Previous Year Question Paper 2024 Download PDF || Set 2 – 801 (HB) – कक्षा 10 हिन्दी पुराने प्रश्न पत्र 2024 की पीडीऍफ़ UP Board Class 10 Hindi Model Paper for Board Exam 2024-25. UP Board Model Paper 2024 Class 10 PDF Download. UP BOARD QUESTION PAPERS, NOTES, SOLUTIONS ALL FREE. UP Board Class 10 Hindi Model Paper 2024-25. हिंदी Class 10 Previous Year Question Papers Hindi UP Board यूपी बोर्ड. UP Board Class 10 Previous Year Question Paper PDF Download
Class | 10 | Topic | Previous Year Question Paper |
Board | UP Board (UPMSP) | Exam Year | 2025 |
State | Uttar Pradesh | यूपी बोर्ड आधिकारिक वेबसाइट | UPMSP.EDU.IN |
Exam Session | 2024-25 | Download PDF | Click Here |
कक्षा 10 हिन्दी प्रश्नपत्र यूपी बोर्ड परीक्षा 2024
समय | 3:15 hr. | पूर्णांक | 70 |
आतंरिक मूल्यांकन | 30 अंक | पासिंग मार्क | 33.33% |
निर्देश :
(i) प्रारम्भ के 15 मिनट परीक्षार्थियों को प्रश्न-पत्र पढ़ने के लिए निर्धारित हैं।
(ii) प्रश्न-पत्र दो खण्ड अ तथा खण्ड ब में विभाजित है।
(iii) प्रश्न-पत्र के खण्ड अ में बहुविकल्पीय प्रश्न हैं जिसमें सही विकल्प का चयन करके ओ.एम. आर. शीट पर नीले अथवा काले बॉल प्वॉइंट पेन से सही विकल्प वाले गोले को पूर्ण रूप से काला करें।
(iv) खण्ड अ में बहुविकल्पीय प्रश्न हेतु प्रत्येक प्रश्न के लिए 1 अंक निर्धारित है।
(v) ओ.एम.आर. शीट पर उत्तर अंकित किए जाने के पश्चात् उसे काटे नहीं तथा इरेजर (Eraser) एवं ह्वाइटनर (Whitener) आदि का प्रयोग न करें ।
(vi) सभी प्रश्नों को हल करना है। प्रत्येक प्रश्न के सम्मुख उनके निर्धारित अंक दिए गए हैं।
खण्ड अ
(बहुविकल्पीय प्रश्न)
- शुक्लयुगीन लेखक हैं:
(A) राम प्रसाद निरञ्जनी
(B) माखन लाल चतुर्वेदी‘✓
(C) यशपाल
(D) सदल मिश्र
- ‘गुनाहों का देवता’ रचना की विधा है:
(A) कहानी
(B) नाटक
(C) उपन्यास‘✓
(D) आत्मकथा
- किशोरी लाल गोस्वामी की रचना है:
(A) ‘सरस्वती’
(B) ‘राग दरबारी’
(C) ‘दुलाई वाली’
(D) ‘इन्दुमती’‘✓
- ‘ध्रुवस्वामिनी’ के लेखक हैं:
(A) जयशंकर प्रसाद‘✓
(B) जगदीश चन्द्र माथुर
(C) राम कुमार वर्मा
(D) मोहन राकेश
- ‘संस्कृति और सभ्यता’ निबन्ध के निबन्धकार हैं:
(A) रामदास गौड़
(B) श्यामसुन्दर दास
(C) रामचन्द्र शुक्ल
(D) डॉ. नगेन्द्र
- ‘भावविलास’ के रचयिता हैं:
(A) भूषण
(B) केशव
(C) मतिराम
(D) देव‘✓
- रीतिमुक्त काव्य’धारा की रचना है:
(A) सुजानसागर‘✓
(B) बिहारी सतसई
(C) ललित ललाम
(D) काव्य निर्णय
- ‘दूसरा सप्तक’ का प्रकाशन वर्ष है:
(A) 1943
(B) 1951‘✓
(C) 1979
(D) 1985
- ‘प्रगतिवाद’ युग के कवि हैं:
(A) शिवमंगल सिंह ‘सुमन’‘✓
(B) प्रभाकर माचवे
(C) नरेश मेहता
(D) जगदीश गुप्त
- महादेवी वर्मा की रचना है:
(A) त्रिधारा
(B) वीणा
(C) पथ के साथी✓
(D) गुंजन‘
- ‘विन्ध्य के वासी उदासी तपोव्रतधारी महाबिनु नारि दुःखारे’ पंक्ति में कौन-सा रस है?
(A) करुण रस
(B) हास्य रस✓
(C) श्रृंगार रस
(D) इनमें से कोई नहीं
- ‘जहाँ उपमेय में उपमान की समानता प्रकट की जाए’ वहाँ अलंकार होता है:
(A) उपमा✓
(C) उत्प्रेक्षा
(B) रूपक
(D) सन्देह
- ‘सोरठा छन्द’ के दूसरे और चौथे चरण में मात्राएँ होती हैं:
(A) 11
(B) 16
(C) 12
(D) 13✓
- ‘अपव्यय’ शब्द में उपसर्ग जुड़ा है:
(A) अ
(B) उप
(C) अप✓
(D) अधि
- ‘माता-पिता’ में समास है:
(A) कर्मधारय
(B) द्विगु
(C) बहुव्रीहि
(D) द्वन्द्व✓
- ‘समुद्र’ शब्द का पर्यायवाची शब्द नहीं है:
(A) सागर
(B) पारावार
(C) महीपति✓
(D) जलधि
- ‘सौ’ का तत्सम शब्द है:
(A) शत✓
(B) सव
(C) सत
(D) इनमें से कोई नहीं
- ‘तेषाम्’ में विभक्ति और वचन है:
(A) पञ्चमी विभक्ति, द्विवचन
(B) सप्तमी विभक्ति, एकवचन
(C) षष्ठी विभक्ति, बहुवचन✓
(D) चतुर्थी विभक्ति, एकवचन
- ‘तुमसे सोया नहीं जा सकता’ वाक्य में वाच्य है:
(A) कर्तृवाच्य
(B) भाववाच्य✓
(C) कर्मवाच्य
(D) इनमें से कोई नहीं
- विकारी पद नहीं है:
(A) गाय
(B) सभा
(C) प्रतिदिन✓
(D) रमेश
खण्ड ब (वर्णनात्मक प्रश्न)
- निम्नलिखित में से किसी एक गद्यांश पर आधारित सभी प्रश्नों के उत्तर दीजिए:
(क) यह एक नैतिक और आध्यात्मिक स्रोत है, जो अनन्तकाल से प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से इस सारे देश में बहता रहा है। यह हमारा सौभाग्य रहा है कि हमने ऐसे ही एक मूर्त रूप को अपने बीच चलते-फिरते, हँसते-रोते भी देखा है और जिसने अमरत्व की याद दिलाकर हमारी सूखी हड्डियों में नई मज्जा डाल हमारे मृतप्राय शरीर में नये प्राण फूंके और मुरझाये हुए दिलों को फिर खिला दिया। वह अमरत्व सत्य और अहिंसा का है।
(i) उपर्युक्त गद्यांश का सन्दर्भ लिखिए ।
(ii) मानव मात्र के लिए वर्तमान में क्या आवश्यक हो गया है?
(iii) गद्यांश के रेखांकित अंश की व्याख्या कीजिए ।
अथवा
(ख) ईर्ष्या से बचने का उपाय मानसिक अनुशासन है। जो व्यक्ति ईर्ष्यालु स्वभाव का है, उसे फालतू बातों के बारे में सोचने की आदत छोड़ देनी चाहिए। उसे यह भी पता लगाना चाहिए कि जिस अभाव के कारण वह ईर्ष्यालु बन गया है, उसकी पूर्ति का रचनात्मक तरीका क्या है? जिस दिन उसके भीतर यह जिज्ञासा जगेगी, उसी दिन से वह ईर्ष्या करना कम कर देगा ।
(i) उपर्युक्त गद्यांश का सन्दर्भ लिखिए ।
(ii) लेखक ईर्ष्या से बचने के लिए किस आदत को छोड़ने को कहता है?
(iii) गद्यांश के रेखांकित अंश की व्याख्या कीजिए ।
- निम्नलिखित में से किसी एक पद्यांश पर आधारित सभी प्रश्नों के उत्तर दीजिए:
(क) अबिगत गति कछु कहत न आवै ।
ज्यों गूँगे मीठे फल कौ रस अंतरगत ही भावै ।
परम स्वाद सबही सु निरन्तर, अमित तोष उपजावै ।
मन-बानी कौ अगम-अगोचर, सो जानै जो पावै ।
रूप-रेख-गुन-जाति-जुगति-बिनु, निरालम्ब कित धावै ।
सब विध अगम बिचारहिं तातै, सूर सगुन-पद गावै ।।
(i) उपर्युक्त पद्यांश का सन्दर्भ लिखिए ।
(ii) ‘अगम-अगोचर’ से क्या तात्पर्य है?
(iii) पद्यांश के रेखांकित अंश की व्याख्या कीजिए ।
अथवा
(ख) चल अंचल में झर-झर झरते
पथ में जुगनू के स्वर्ण फूल,
दीपक से देता बार-बार
तेरा उज्ज्वल चितवन-विलास ।
रूपसि तेरा घन-केश-पाश!
(i) उपर्युक्त पद्यांश का सन्दर्भ लिखिए ।
(ii) रेखांकित पद्यांश की व्याख्या कीजिए ।
(iii) उपर्युक्त पद्यांश में प्रयुक्त रस और अलंकार का नाम लिखिए।
- दिए गए संस्कृत गद्यांश में से किसी एक का सन्दर्भ-सहित हिन्दी में अनुवाद कीजिए:
(क) ‘विश्वस्य स्रष्टा ईश्वरः एक एव’ इति भारतीयसंस्कृतेः मूलम् । विभिन्नमतावलम्बिनः विविधैः नामभिः एकम् एव ईश्वरं भजन्ते । अग्निः, इन्द्रः, कृष्णः, करीमः, रामः, रहीमः, जिनः, बुद्धः, ख्रिस्तः, अल्लाहः इत्यादीनि नामानि एकस्य एव परमात्मनः सन्ति । तम् एव ईश्वरं जनाः गुरुः इत्यपि मन्यन्ते । अतः सर्वेषां मतानां समभावः सम्मानश्च अस्माकं संस्कृतेः सन्देशः ।
अथवा
(ख) एकदा बहवः जनाः धूम्रयानम् आरुह्य नगरं प्रति गच्छन्ति स्म । तेषु केचित् ग्रामीणः केचिच्च नागरिकाः आसन् । मौनं स्थितं तेषु एकः नागरिकः ग्रामीणान् उपहसन् अकथयत् । “ग्रामीणाः अद्यापि पूर्ववत् अशिक्षिताः अज्ञाश्च सन्ति । न तेषां विकासः अभवत् न च भवितुं शक्नोति ।” तस्य तादृशं जल्पनं श्रुत्वा कोऽपि चतुरः ग्रामीणः अब्रवीत्, भद्र नागरिक! भवान् एव किञ्चित् ब्रवीतु यतो हि भवान् शिक्षितः बहुज्ञः चः अस्ति ।
- दिए गए श्लोकों में से किसी एक श्लोक का सन्दर्भ-सहित हिन्दी में अनुवाद कीजिए:
(क) धान्यानाम् उत्तमं दाक्ष्यं धनानामुत्तमं श्रुतम् ।
लाभानां श्रेय आरोग्यं सुखानां तुष्टिरुत्तमा ।।
अथवा
(ख) कोकिल! यापय दिवसान् तावद् विरसान् करीलविटपेषु ।
यावन्मिलदलिमालः कोऽपि रसालः समुल्लसति ।।
- अपने पठित खण्डकाव्य के आधार पर निम्नलिखित प्रश्नों में से किसी एक प्रश्न का उत्तर दीजिए: (क) (i) ‘मुक्तिदूत’ खण्डकाव्य के आधार पर महात्मा गाँधी का चरित्र-चित्रण कीजिए ।
(ii) ‘मुक्तिदूत’ खण्डकाव्य के द्वितीय सर्ग का कथानक संक्षेप में लिखिए ।
(ख) (i) ‘कर्ण’ खण्डकाव्य की सबसे प्रभावशाली घटना का वर्णन कीजिए ।
(ii) ‘कर्ण’ खण्डकाव्य के आधार पर कुन्ती का चरित्र-चित्रण कीजिए ।
(ग) (i) ‘तुमुल’ खण्डकाव्य के आधार पर ‘मेघनाद’ की चारित्रिक विशेषताओं पर प्रकाश डालिए ।
(ii) ‘तुमुल’ खण्डकाव्य के ‘युद्धासन्न सौमित्रि’ सर्ग का कथानक लिखिए ।
(घ) (i) ‘कर्मवीर भरत’ खण्डकाव्य के तृतीय सर्ग ‘कौशल्या-सुमित्रा मिलन’ की कथावस्तु संक्षेप में लिखिए ।
(ii) ‘कर्मवीर भरत’ खण्डकाव्य के नायक का चरित्र-चित्रण कीजिए ।
(ङ) (i) ‘ज्योति जवाहर’ खण्डकाव्य के आधार पर जवाहर लाल नेहरू की चारित्रिक विशेषताओं पर प्रकाश डालिए ।
(ii) ज्योति जवाहर’ खण्डकाव्य की कथावस्तु संक्षेप में लिखिए ।
(च) (i) ‘अग्रपूजा’ खण्डकाव्य के नायक का चरित्र-चित्रण कीजिए ।
(ii) ‘अग्रपूजा’ खण्डकाव्य के ‘आयोजन’ सर्ग की कथावस्तु संक्षेप में लिखिए ।
(छ) (i) ‘जय सुभाष’ खण्डकाव्य के आधार पर सुभाषचन्द्र बोस की चारित्रिक विशेषताओं पर प्रकाश डालिए ।
(ii) ‘जय सुभाष’ खण्डकाव्य के द्वितीय सर्ग की कथावस्तु लिखिए ।
(ज) (i) ‘मातृ-भूमि के लिए’ खण्डकाव्य के द्वितीय सर्ग की कथावस्तु लिखिए ।
(ii) ‘मातृ-भूमि के लिए’ खण्डकाव्य के आधार पर ‘चन्द्रशेखर आज़ाद’ का चरित्र-चित्रण कीजिए ।
(झ) (i) ‘मेवाड़ मुकुट’ खण्डकाव्य के आधार पर राणा प्रताप का चरित्र-चित्रण कीजिए ।
(ii) ‘मेवाड़ मुकुट’ खण्डकाव्य के ‘अरावली’ सर्ग का कथानक संक्षेप में लिखिए ।
- (क) निम्नलिखित लेखकों में से किसी एक का जीवन-परिचय देते हुए उनकी एक प्रमुख रचना का उल्लेख कीजिए:
(I) डॉ. राजेन्द्र प्रसाद
(ii) आचार्य रामचन्द्र शुक्ल
(iii) भगवतशरण उपाध्याय
(ख) निम्नलिखित कवियों में से किसी एक कवि का जीवन परिचय देते हुए उनकी एक प्रमुख रचना का उल्लेख कीजिए:
(i) सूरदास
(ii) मैथिलीशरण गुप्त
(iii) महादेवी वर्मा
- अपनी पाठ्य-पुस्तक के संस्कृत खण्ड की पाठ्यवस्तु से कण्ठस्थ कोई एक श्लोक लिखिए जो इस प्रश्न-पत्र में न आया हो ।
- छात्रावास की जीवन-शैली विषय पर अपने मित्र को पत्र लिखिए ।
अथवा
विद्यालय में खेल-कूद की सामग्री की ओर ध्यान दिलाते हुए प्रधानाचार्य को एक प्रार्थना-पत्र लिखिए ।
- निम्नलिखित में से किन्हीं दो प्रश्नों के उत्तर संस्कृत में लिखिए:
(i) श्वेतकेतुः कः आसीत्?
(ii) पुरुराजः केन सह युद्धम् अकरोत्?
(iii) चन्द्रशेखरः स्वनाम किम् अवदत्?
(iv) भूमेः गुरुतरं किम् अस्ति?
- निम्नलिखित विषयों में से किसी एक विषय पर निबन्ध लिखिए:
(i) जीवन में विज्ञान का महत्त्व
(ii) भारत में आतंकवादः समस्या और समाधान
(iii) छात्र और अनुशासन
(iv) आजादी का अमृत महोत्सव
How To Download UP Board Exam Latest Model Paper 2025
किसी भी विषय तथा कक्षा के मॉडल पेपर डाउनलोड करने का सबसे आसान तरीका इस प्रकार है –
- सबसे पहले आप हमारी मॉडल पेपर को समर्पित वेबसाइट https://modelpaper.info/ पर जाएँ|
- फिर आप अपनी इच्छानुसार वार्षिक, अर्धवार्षिक प्री बोर्ड आदि कॉलम को ध्यान में रखते हुए कक्षा चुने .
- इसके बाद आप अपनी कक्षा के अन्दर व्यू मोर के विकल्प पर जाएँ.
- जहाँ पर आपको को प्रत्येक विषय की पोस्ट मिल जाएगी.
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