Class 10 Sanskrit 818 (HP) Model Paper 2025 – कक्षा 10 संस्कृत 818 (HP) मॉडल पेपर 2025 UP Board Newly Updated Syllabus Question Paper 2025 session 2024-25 -UPMSP- Based on New pattern of Up Board
कक्षा 10 संस्कृत मॉडल पेपर 2025, Dear Students – As the academic session 2024-25 under UPMSP (Uttar Pradesh Madhyamik Shiksha Parishad) approaches, we are pleased to present important updates for Class 10 students.
Class 10 Sanskrit Model Question Paper 2025 (UPMSP) | |||
Subject | Sanskrit | Board | UP Board (UPMSP) |
Class | 10th | Download PDF | Click Here |
2025
संस्कृत
समय: 3 घण्टे 15 मिनट] [ पूर्णांक: 70
निर्देश :
(i) प्रारम्भ के 15 मिनट परीक्षार्थियों को प्रश्न-पत्र पढ़ने के लिए निर्धारित हैं।
(ii) प्रश्न-पत्र दो खण्डों अ तथा खण्ड ब में विभाजित है।
(iii) खण्ड अ तथा ब दो उपखण्डों, उपखण्ड (क), (ख) में विभाजित हैं।
(iv) प्रश्न-पत्र के खण्ड अ में बहुविकल्पीय प्रश्न हैं जिनमें सही विकल्प चुनकर ओ.एम.आर. शीट में नीले अथवा काले बॉल पॉइन्ट पेन से सही विकल्प वाले गोले को पूर्ण रूप से भरें।
(υ) खण्ड अ में बहुविकल्पीय प्रश्न हेतु प्रत्येक प्रश्न के लिए 1 अंक निर्धारित है।
(vi) ओ.एम.आर. शीट पर उत्तर अंकित किये जाने के पश्चात् उसे काटें नहीं तथा इरेजर (Eraser) एवं ह्वाइटनर (Whitener) आदि का प्रयोग न करें।
(vii) प्रत्येक प्रश्न के सम्मुख उनके निर्धारित अंक दिए गये हैं।
(viii) खण्ड ब के प्रत्येक उपखण्ड के सभी प्रश्न एक साथ करना आवश्यक है। प्रत्येक उपखण्ड नये पृष्ठ से प्रारंभ किये जाएँ ।
(ix) सभी प्रश्न अनिवार्य हैं।
खण्ड अ
(वस्तुनिष्ठ प्रश्न)
उपखण्ड (क)
प्रश्न संख्या 1 एवं 2 गद्यांश आधारित प्रश्न हैं। गद्यांश को ध्यान से पढ़िए और उत्तर का चयन कीजिए ।
इदन्तु सम्यक् वक्तुं शक्यते यत् नैतिकताचरणस्य, नैतिकतायाश्च मुख्यमुद्देश्यं स्वस्य अन्यस्य च कल्याणकरणं भवति। कदाचित् एवमपि दृश्यते यत् परेषां कल्याणं कुर्वन् मनुष्यः स्वीयाम् हानिमपि कुरुते एवं विधं नैतिकाचरणं विशिष्टं महत्त्वपूर्ण च मन्यते । परेषां हितं नैतिकतायाः प्राणभूतं तत्त्वम् ।
1.उक्त गद्यांशस्य शीर्षकः अस्ति 1
(A) गुरुनानकदेवः
(B) मदनमोहनमालवीयः
(C) नैतिकमूल्यानि
(D) विश्वकविः रवीन्द्रः
- नैतिकतायाः प्राणभूतं तत्त्वं किम्? 1
(A) परेषां हितं
(B) पशूनां हितम्
(C) विदेशीयानां हितम्
(D) स्वस्य हितम्
- सावित्रीबाई कस्य समाजसुधारकस्य पत्नी आसीत्? 1
(A) शङ्कराचार्यस्य
(B) मदनमोहनमालवीयस्य
(C) गुरुनानकस्य
(D) ज्योतिरावगोविन्दरावइत्याख्यस्य
- वाणीं किं समलङ्करोति? 1
(A) पुरुषम्
(B) पशुम
(C) सर्पम्
(D) न पशुं न सर्पम्
- किं न ब्रूयात्? 1
(A) प्रियम्
(B) सत्यम्
(C) अप्रियं सत्यम्
(D) इमे सर्वे
- मोहजालविवर्धिनी का अस्ति? 1
(A) शक्तिः
(B) बुद्धिः
(C) नीतिः
(D) गीतिः
- विविधबोधबुधैः का सेव्यते? 1
(A) लक्ष्मी
(B) विदुषी
(C) सरस्वती
(D) पार्वती
- चिकित्सकस्य किं कार्यमस्ति? 1
(A) रुग्णस्यचिकित्सा
(B) रुग्णस्य चिकित्सा
(C) विचिकित्सा
(D) रोगीदर्शनम्
- जातकमाला इति ग्रन्थस्य रचनाकारः कः? 1
(A) अश्वघोषः
(B) आर्यशूरः-
(C) राजशेखरः
(D) सिद्धार्थः
- सातवाहनः कः आसीत्? 1
(A) मन्त्री
(B) नृपः
(C) सेनापतिः
(D) राजनीतिज्ञः
उपखण्ड (ख)
- ‘अक्’ प्रत्याहार के वर्ण हैं: 1
(A) अ, इ, उ
(B) अ, इ, उ, ऋ, लू
(C) इ, उ, ऋ, लृ
(D) अ, इ, उ, ऋ
- ‘श्’ का उच्चारण स्थान है: 1
(A) तालु
(B) मूर्धा
(C) दंत
(D) ओष्ठ
- ‘यशस्तनोति’ में सन्धि है: 1
(A) हशि च
(B) अनुस्वार सन्धि
(C) परसवर्ण सन्धि
(D) विसर्ग सन्धि
- ‘निर्दयः’ का सन्धि-विच्छेद है: 1
(A) निः + दयः
(B) निर् + दयः
(C) निस् + दयः
(D) निः + उदयः
- ‘करिभिः’ पद किस विभक्ति एवं वचन का रूप है? 1
(A). चतुर्थी विभक्ति, बहुवचन
(B) तृतीया विभक्ति, बहुवचन
(C) पंचमी विभक्ति, एकवचन
(D) पष्ठी विभक्ति, एकवचन
- ‘मनस्’ पद का षष्ठी विभक्ति बहुवचन का रूप है: 1
(A) मनसः
(B) मनसी
(C) मनसोः
(D) मनसाम्
- ‘वसेयुः’ रूप है: 1
(A) लट् लकार, प्रथम पुरुष, एकवचन
(B) लृट् लकार, प्रथम पुरुष, एकवचन
(C) विधिलिङ्ग लकार, प्रथम पुरुष, बहुवचन
(D) लोट् लकार, प्रथम पुरुष, एकवचन
- ‘नयेत्’ धातु रूप किस लकार का है? 1
(A) लृट् लकार
(B) विधिलिङ्ग लकार
(C) लट् लकार
(D) लोट् लकार
- ‘सप्ताह’ में समास है: 1
(A) बहुव्रीहि
(B) कर्मधारय
(C) द्विगु
(D) अव्ययीभाव
- चन्द्रशेखरः का समास विग्रह है: 1
(A) चन्द्रेशः शेखरे यस्य सः
(B) इन्दु शेखरे यस्य सः
(C) चाँद शेखरे यस्य सः
(D) चन्द्रः शेखरे यस्य सः
खण्ड ब
(वर्णनात्मक प्रश्न)
उपखण्ड (क)
निर्देश: सभी प्रश्न अनिवार्य हैं।
- निम्नलिखित गद्यांशों में से किसी एक गद्यांश का हिन्दी में अनुवाद कीजिए: 4
(क) मनुष्याणां हिंसावृत्तिस्तु निरवधिः निरवसाना च । यतो यतः आत्मनोऽपकर्षः समाशङ्कयते तत्र तत्रैव मानवानां हिंसावृत्तिः प्रवर्तते । स्वार्थसिद्धये मानवाः दारान्, मित्रं, प्रभु, भृत्यं, स्वजनं, स्वपक्षं, चावलीलायै उपघ्नन्ति । पशुहत्या तु तेषामाक्रीडनं, केवलं चित्तविनोदाय महारण्यम् उपगम्य ते यथेच्छं निर्दयं च पशुघातं कुर्वन्ति । तेषां पशुप्रहारव्यापारम् आलोक्य स्थावराणामपि अस्माकं विदीर्यते हृदयम्, अन्यच्च पशूनां भक्ष्यवस्तूनि प्रकृत्या नियमितान्येव ।
(ख) निर्वासनकाले तेन विश्वप्रसिद्धं गीतारहस्यं नाम गीतायाः कर्मयोग-प्रतिपादकं नवीनं भाष्यं रचितम् । कर्मसु कौशलमेव कर्मयोगः गीता तमेव कर्मयोगं प्रतिपादयति । अतः सर्वे जनाः कर्मयोगिनः स्युः इति तेन उपदिष्टम् । कारागारात् विमुक्तोऽयं देशवासिभिरभिनन्दितः । इत्थं पुनः स देशसेवायां संलग्नोऽभूत ।
- निम्नलिखित पाठों में से किसी एक पाठ का सारांश हिन्दी में लिखिए: 4
(क) संस्कृतभाषायाः गौरवम्
(ख) दीनबन्धुः ज्योतिबाफूले
(ग) विश्वकविः रवीन्द्रः
- निम्नलिखित श्लोकों में से किसी एक श्लोक की हिन्दी में व्याख्या कीजिए: 4
(क) ‘सर्व परवशं दुःखं सर्वमात्मवशं सुखम् ।
एतद्विद्यात् समासेन लक्षणं सुखदुःखयोः ।।’
(ख) ‘एकेनापि सुवृक्षेण पुष्पितेन सुगन्धिना ।
वासितं वै वनं सर्व सुपुत्रेण कुलं यथा ।।’
- निम्नलिखित सूक्तियों में से किसी एक सूक्ति की हिन्दी में व्याख्या कीजिए: 3
(क) मरणान्तं हि जीवितम् ।
(ख) श्रद्धावाँल्लभते ज्ञानम् ।
(ग) काव्यशास्त्रविनोदेन कालो गच्छति धीमताम् ।
- निम्नलिखित में से किसी एक श्लोक का संस्कृत में अर्थ लिखिए: 4
(क) ‘नियतं कुरु कर्म त्वं कर्म ज्यायो ह्यकर्मणः ।
शरीरयात्रापि च ते न प्रसिद्धयेदकर्मणः ।।’
(ख) ‘दमः क्षमा धृतिस्तेजः सन्तोषः सत्यवादिता ।
हीर हिंसाऽव्यसनिता दाक्ष्यं चेति सुखावहाः ।।’
- (क) निम्नलिखित में से किसी एक पात्र का चरित्र-चित्रण हिन्दी में लिखिए: 4
(i) ‘कारुणिको जीमूतवाहन’ पाठ के आधार पर गरुड़ का ।
(ii) ‘वयं भारतीयाः’ पाठ के आधार पर दीपक का ।
(iii) ‘यौतुकः पापसञ्चयः’ पाठ के आधार पर सुमेधा का ।
(ख) निम्नलिखित में से किसी एक प्रश्न का उत्तर संस्कृत में लिखिए: 2
(i) धूमयानेन गाँधी कस्य नगरस्य यात्राम् अकरोत्?
(ii) जीमूतवाहनस्य पितुर्नाम् किम्?
(iii) ख्रीष्टधर्मप्रवर्त्तकः कः आसीत्?
उपखण्ड (ख)
- (क) निम्नलिखित रेखांकित पदों में से किसी एक में निर्देशानुसार विभक्ति का नाम लिखिए: 2
(i) अहं हस्तेन लिखामि।
(ii) मोहनः ग्रामात् गच्छति।
(iii) तस्मै कदलीफलानि रोचन्ते ।
(ख) निम्नलिखित में से किसी एक पद में प्रत्यय लिखिए: 2
(i) हसितुम्
(ii) गमनीयः
(iii) हतः
- निम्नलिखित में से किसी एक का वाच्य परिवर्तन कीजिए:3
(i) रामः गच्छति ।
(ii) त्वं मां पश्यसि ।
(iii) रमा पत्र लिखति ।
- निम्नलिखित वाक्यों में से किन्हीं तीन वाक्यों का संस्कृत में अनुवाद कीजिए: 3×2=6
(i) राम मोहन को कलम देता है।
(ii) वह पैर से लँगड़ा है।
(iii) छात्र अध्यापक से संस्कृत पढ़ते हैं।
(iv) राम या श्याम जाता है।
(v) वह जाना चाहती है।
- निम्नलिखित में से किसी एक विषय पर संस्कृत में आठ वाक्यों में निबन्ध लिखिए: 8
(i) विद्या
(ii) सत्सङ्गतिः
(iii) भारतीय कृषकः
(iv) मातृभूमिः
(v) राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी
- निम्नलिखित पदों में से किन्हीं दो पदों का संस्कृत वाक्यों में प्रयोग कीजिए: 2×2=4
(i) हिमालये
(ii) तत्
(iii) विहाय
(iv) केन
(v) यदा