Class-12  Hindi (हिंदी) half yearly exam model  paper – अर्धवार्षिक परीक्षा मॉडल पेपर 2024-25 असली पेपर – इस बार ऐसा ही पेपर आयेगा 2025 में Download PDF

Class 12 Hindi half yearly exam Model Paper 2025कक्षा 12 हिंदी अर्धवार्षिक परीक्षा  मॉडल पेपर 2025 UP Board Newly Updated Syllabus Question Paper 2025 session 2024-25 -UPMSP- Based on New pattern of Up Board 

कक्षा 12 हिंदी अर्धवार्षिक परीक्षा  मॉडल पेपर 2025, Dear Students – As the academic session 2024-25 under UPMSP (Uttar Pradesh Madhyamik Shiksha Parishad) approaches, we are pleased to present important updates for Class 12 students.

Class 12 Hindi Model Question Paper 2025 (UPMSP)

SubjectHindiBoard UP Board (UPMSP)
Class 12th (Intermediate)Download PDF Click  Here

यूपी बोर्ड कक्षा 12, 2024-25 हिंदी PDF download :-

हेलो फ्रेंड्स अगर आप भी क्लास ट्वेल्थ में पढ़ रहे हैं और अपनी परीक्षा की तैयारी के लिए मॉडल पेपर ढूंढ रहे हैं तो आप बिल्कुल सही जगह पर आए हैं क्योंकि इस पोस्ट में आज आपको हम हिंदी का अर्धवार्षिक परीक्षा मॉडल पेपर जो की बोर्ड के पाठ्यक्रम के आधार पर बना है उसका पीडीएफ उपलब्ध कराने जा रहे हैं ये आपकी परीक्षा की तैयारी में बहुत ही ज्यादा मदद करने वाला है।

साथ ही अगर आप अपनी परीक्षा की तैयारी के लिए अन्य विषयों  के  मॉडल पेपर 2025 ढूंढ रहे हैं तो उन सब का पीडीएफ आपको हमारी वेबसाइट पर मिल जाएगा । इसके अलावा आपको हमारी वेबसाइट पर  कक्षा नौवीं से बारहवीं तक के सभी विषयों के महत्वपूर्ण प्रश्न उत्तर , क्वेश्चन बैंक सॉल्यूशन , मॉडल पेपर पीडीएफ फॉर्म में मिल जाएगा , ये पूरी तरह से बोर्ड द्वारा आधारित पाठ्यक्रम पर है जो आपको परीक्षा की तैयारी में भरपूर सहयोग करने वाला है आप उसे हमारी वेबसाइट से डाउनलोड कर सकते हैं ।

Class 12 Hindi half yearly exam Model Paper 2024-25

समय 3:15 hr.पूर्णांक 100
प्रक्टिकल 30 पासिंग मार्क 33.33%

अर्धवार्षिक परीक्षा 2023-24 

हिन्दी

समय-3 घण्टे                          कक्षा- 12                    पूर्णांक-100

  खण्ड (क)

  1. (क) ‘निन्दा रस’ निबन्ध के रचनाकार है- 1

(अ) प्रेमचन्द

(ब) भारतेन्दु हरिश्चन्द्र

(स) हरिशंकर परसाई

(द) जैनेन्द्र कुमार

(ख) गुनाहों का देवता कहानी है-                                                      1

(अ) धर्मवीर भारती की

(ब) रघुवीर सहाय

(स) गुलाबराय की

(द) हजारी प्रसाद द्विवेदी की

(ग) मुन्शी प्रेमचन्द ने किस विधा को मानव-चरित्र का चित्र कहा है-                    1

(अ) जीवनी

(ब) उपन्यास

(स) कहानी

(द) संस्मरण

(घ) कौन-सा युग हिन्दी गद्य के उत्कर्ष का सूर्योदयकाल था?                           1

(अ) भारतेन्दु युग

(ब) द्विवेदी युग

(स) छायावाद युग

(द) छायावादोत्तर युग

(ङ) खड़ी बोली गद्य के प्रारम्भिक चार उन्नायकों के नाम लिखिए-                      1

(अ)   लल्लू जी लाल, सदल मिश्र, सदासुखलाल, इंशा अल्ला खाँ. 

(ब) लल्लू जी लाल, सदल मिश्र, धर्मवीर भारती की , इंशा अल्ला खाँ. 

(स) लल्लू जी लाल, सदल मिश्र, धर्मवीर भारती की , जैनेन्द्र कुमार

(द) लल्लू जी लाल, जैनेन्द्र कुमार, धर्मवीर भारती की , जैनेन्द्र कुमार

2. (ख) जायसी का पदमावत किस भाषा में लिखा गया है?                               1

(अ) ब्रज

(ब) अवधी

(स) खड़ी बोली

(द) फारसी

(ग) ‘मुकरियाँ’ रचना है-                                                               1

(अ) मधुकर कवि की

(ब) कुशलराय की

(स) अमीरखुसरो की

(द) भट्टकेदार की

(घ) ‘तारसत्पक’ का सम्पादन किसने किया?                                            1

(अ)    अज्ञेय

(ब) धर्मवीर भारती की

(स)    प्रेमचन्द

(द) जैनेन्द्र

(ङ) ‘झरना’ की रचना किस युग में हुई?                                               1

(अ) प्रगतिवाद युग में

(ब) द्विवेदी युग में

(स) छायावाद युग में

(द) छायावादोत्तर युग में

  1. निम्नलिखित गद्यांश पर आधारित प्रश्नों के उत्तर लिखिए- 2×5=10

यह अनुभव कितना चमत्कारी है कि यहाँ जो जितनी अधिक बूढी है, वह उतनी ही अधिक उत्फुल्ल, मुस्कान गयी है। यह किस दीपक की जोत है? जागरूक जीवन की। लक्ष्यदर्शी जीवन की। सेवा-निरत जीवन की। अपने विश्वासों के साथ, एकाग्र जीवन की। भाषा के भेद रहे हैं, रहेगें भी, पर यह जोत विश्व की सर्वोत्तम जोत है।

(अ) प्रस्तुत गद्यांश का सन्दर्भ लिखिए।

(ब) रेखंकित अंश की व्याख्या कीजिए।

(स) उपर्युक्त गद्यांश में किस चमत्कारी अनुभव की और संकेत किया गया है?

(द) यह किस दीपक की जोत है? इस वाक्य में क्या भाव निहित है?

(य) यहाँ लक्ष्यदर्शी जीवन की जोत से क्या तात्पर्य है?

 अथवा

धरती माता की कोख मे जो अमूल्य निधियाँ भरी है, जिनके कारण वह वसुन्धरा कहलाती है। उससे कौन परिचित न होना चाहेगा? लाखों करोड़ों वर्षों से अनेक प्रकार की धातुओं को पृथिवी के गर्भ में पोषण मिला है। दिन-रात बहने वली नदियों ने पहाडों को पीस-पीस कर अगणित प्रकार की मिट्टियों से पृथिवी की देह को सजाया है हमारे आर्थिक भावी अभ्युदय के लिए इन सबकी जाँच पडताल अत्यन्त आवश्यक है।

(अ) गद्यांश के पाठ और लेखक का नाम लिखिए।

(ब) रेखांकित अंश की व्याख्या कीजिए।

(स) उपर्युक्त गद्यांश में राष्ट्रनिर्माण के किस प्रथम तत्व का महत्व दर्शाया गया है?

(द) धरती को वसुन्धरा क्यों कहा जाता है?

(य) पृथिवी की देह को किसने और किससे सजाया है?

  1. निम्नलिखित पद्यांश पर आधारित प्रश्नों के उत्तर दीजिए-         2+5=7

तदन्तर बैठी सभा उटज के आगे,

नीले वितान के तले दीप बहु जागे।

टकटकी लगाए नयन सुरो के थे वे,

परिणामों दसुक उन भयातुरो के थे वे।

उत्फुल्ल करौंदी कुंज वायु रह-रहकर,

करती थी सबको पुलक-पूर्ण मह-महकर।

वह चन्द्रलोक था, कहाँ चाँदनी वैसी,

प्रभु बोले गिरा गम्भीर नीरनिधिं जैसी ।।

(अ) प्रस्तुत पद्यांश की रचना एवं रचनाकार का नाम लिखिए।

(ब) रेखांकित अंश की व्याख्या कीजिए।

(स) प्रस्तुत पद्यांश में कहाँ का वर्णन किया गया है?

(द) सभी देवतागण किस कारण भयभीत होकर टकटकी लगाये हुए हैं?

(य) पंचवटी के अलौकिक व शान्त वातावरण में श्रीराम ने किस प्रकार बोलना प्रारम्भ किया?

  अथवा

बैठी खिन्नायक दिवस वे गेह में थी अकेली,

आके आँसू दृग युग में थे धरा को भिगोती।

आई धीरे इस सदन मे पुष्प-सदगंध को ले,

प्रातवाली सुपवन ब इसी काल वातायनों से।

संतापो को विपुल बढता देख के दुखिना हो

धीरं बोली सदुख उससे श्रीमति राधिका या,

प्यारी प्रात पवन इतना क्यों मुझे है सताती ?

क्या तू भी है कालुषित हुई काल की क्रूरता में?

(अ) प्रस्तुत पद्यांश की रचना व रचनाकार का नाम लिखिए।

(ब) रेखांकित अंश की व्याख्या कीजिए।

(स) प्रातः कालीन सुगन्धित पवन किम मार्ग में राधिका क घर में प्रवेश करती है?

(द) प्रस्तुत पंक्तियों में राधा किससे बात कर रही है?

(य) राधिका ने दुखी मन से होकर धीरे से पवन में क्या कहा?

  1. निम्नलिखित लेखकों में से किसी एक लेखक का जीवन परिचय और साहित्यिक परिचय देते हुए उनकी प्रमुख रचनाओं का उल्लंखे कीजिए- 5

(क) वासुदव शरण अग्रवाल

(ख) कन्हैयालाल मिश्र प्रभाकराय लिजिए

(ग) हजारी प्रसाद द्विवेदी

  1. निम्नलिखित कवियों में से किसी एक कवि को जीवन परिचय व साहित्यिक परिचय देते हुए उनकी रचनाओं का उल्लेख कीजिए- 5

(क) अयोध्याय सिंह उपाध्याय ‘हरिऔध’

(ख) मैथिलीशरण गुप्तकीकर

(ग) जयशंकर प्रसाद

  1. ‘लाटी’ अथवा ‘पंचलाइट’ कहानी का उद्देश्य लिखिए। 5

अथवा

‘ध्रुवयात्रा’ या ‘बहादुर’ कहानी का सारांश लिखिए।   5

  1. ‘आखेट’ अथवा ‘ अयोध्या’ सर्ग का मारांश लिखिए। 5

अथवा

‘श्रवण कुमार’ खण्डकाव्य के आधार पर श्रवण कुमार का चरित्र-चित्रण कीजिए।

खण्ड (ख)

  1. (क) दिए गए संस्कृत गद्यांश का संन्दर्भ सहित हिन्दी में अनुवाद कीजिए 2+5=7

संस्कृतम्य माहित्य सरसं व्याकरणाञ्च सुनिश्चितम्। तस्य गद्य पद्ये च लालित्यं, भव्य बांध साम्यर्थन, आद्वितीय, श्रुति माधुर्यञ्च वर्तते। किं बहुना चरित्र निर्माणार्थ यादृशी मत्प्रेरणा संस्कृतवाङ्‌मयं ददाति न तादृशी किञ्चिदन्यत। मूलभूततानां मानवीय गुणानाम् यादृशी विवेचना संस्कृत साहित्ये वर्तते। नान्यत्र तादृशी, दया, दानं, शौचम् औदार्यम् अनुसूया, क्षमा अन्य चानक गुणाः अस्या साहित्यस्य अनुशीलनेन संञ्जायन्ते।

अथवा

धन्योऽयं भारत देशः यत्र समुल्लर्सात, जनमानसपावनी, भव्य भावदु भविनी, शब्द सन्दोवृप्रसविनी सुरभारती, विद्यमानंषु निखिलंष्वषि वाङ्मयेषु अस्याः वाडमयं सर्वश्रेष्ठ मुसम्पन्नं च वर्तते। इय मंव भाषा संस्कृत नाम्नापि लांक प्रथिता अस्ति। अस्माकं रामायण- महाभारताद्यौतिहासिक कि ग्रन्थाः चत्वारो वदोः, सर्वाः उपनिषदः, अष्टादश पुराणानि, गाएक अन्यानि च महाकाव्य-नाटयादीनि अस्यामेवं भाषायां कमा लिखितानि सन्ति । इयमेव भाषा सर्वासामार्य भाषाणां जननीति भाषा तत्व विदिभः।

(ख)  दिए गए संस्कृत पद्यांश का सन्दर्भ सहित हिन्दी में अनुवाद कीजिए –   7

अर्द्ध दानववैरिणा गिरिज्याप्यर्द्ध शिवस्थतम्।

देवेत्यं जगतीतले पुरहराभावे रामन्मीलती।

गङ्ग‌मागरमम्बरं शशिकला नाथिप क्षमातलम्।

सर्वज्ञत्यम धीरवरत्वामगमत् त्वां माम् तू भिक्षाटनम् ।

  अथवा

अयं लाजानुच्चैः पथि वचनमाकर्णन गृहिणी।

शिशेः कर्णोः यत्नात सुपिहितवंती दीनवदना ।।

मयि क्षीणोपाये यकृतं दृशाव अश्रु बहुले।

तदन्तः शल्यं में त्वमसि पुर्नउद्धतुमचितः ।।

  1. निम्नलिखित मुहावरों और लोकोक्तियों में से किसी एक का अर्थ लिखकर वाक्य में प्रयोग कीजिए- 7

(क) अन्धे में काना राजा

(ख) अम्बर के तारे गिनना

(ग) अन्न जल उठाना

(घ) धर का भेदी लंका ढावै

  1. निम्नलिखित अपठित गद्यांश पर आधारित प्रश्नों के उत्तर दीजिए- 5

प्राचीन काल में जनक महाराज विदेह में राज्य करते थे मिथिला विदेह की राजधानी थी। मिथिला नगरी में राजमहल के आस-पास कोई एक हजार सन्यासियों की पर्ण कुटियाँ थी। मिथिला के सिहांसन पर बैठने पर भी महाराज जनक को फकीरी का शौक था। कहा जाता है कि महाराजा जनक ज्ञानी थे। वे इस तरह राज-काज चलाते थे, मानो स्वयं परमात्माविनयशील सेवक है। सुबह से सायं तक सारे राज्य का प्रबन्ध करते, शत्रुओं का पता करते अपराधियों को दण्ड देते, लोक-कल्याण के उपाय करते, और इतना सब कुछ करने पर भी वे किसी सांसारिक कार्य में लिप्त नहीं होते थे। इसलिए उन्हें लोग विदेह जनक कहतेथे।

(3) विदेह की राजधानी कहाँ थी?

(ब) महाराज जनक राज्य चलाने के लिए क्या-क्या करते थे?

(स) राजमहल के आस-पास किन लोगों की कुटिया थी?

(य) महाराज जनक को क्या शौक था?

  अथवा

पर्वतों को काटकर सड़के बना दते हैं वे,

सैकड़ों मरुभूमियों में नदियाँ बहा देते हैं वे,

गर्भ मे जलराशि के बेडा चला देते हैं वे।

जंगलों में भी महामंगल रचा देते हैं ते।

भेद नभ-तल का उन्होनें बहुत बतला दिया,

है उन्होनें ही निकाली तार की सारी क्रिया।

सब तरफ से आज जितने देश है फूले-फले,

बुद्धि, विद्या, धन, वैभव, के हैं जहाँ डेरे डले।

वे बनाने से उन्हीं के बन गये इतने भले ।

वे सभी है हाथ से ऐसे सपूतों के पले।

लो जब ऐसे समय पाकर जनम लेगें कभी

देश की और जाति की होगी भलाई भी तभी।

(अ) पद्यांश में किनकी प्रशंसा की गई है?

(ब) देश और जाति का हित कब होगा  ?

(स) कवि क मन मे सम्पन्न देशों की सफलता का कारण क्या है?

(य) पर्वतों को काटकर सड़के बनाने का क्या अर्थ है?

(द) पद्यांश का उपर्युक्त शीर्षक क्या होगा?

  1. (क) निम्नलिखित शब्द-युग्मों के सही अर्थ चयन कर लिखिए- 1

(i)    अविराम-अभिराम

(अ) लगातार और रूचिकर

(ब) बिना रोक-टोक के और सुन्दर

(स) अनवरत और आकर्षक

(द) सुन्दर और आकर्षक

(ii)    सुत-सूत-

(अ) पिता और पुत्र

(ब) पुत्र और सारथि

(स) भाग्य और सूरमा

(द) सोना और डोरा

(ख)   निम्नलिखित शब्दों मे से किसी एक का शब्द अर्थ लिखिए-                              2

(अ) अम्बर

(ब) अर्क

(स) कर

(द) पतङ्ग

(ग)   निम्नलिखित वाक्यांशों में से किन्हीं दो वाक्यों के लिए एक शब्द लिखिए-         2

(अ) जीवित रहने की प्रबल इच्छा

(ब) जिसकी उपमा न हो

(स) जिसके आगमन की तिथि निश्चित न हो

(द) जिसका कोई शत्रु न हो

(घ)    निम्नलिखित में से किन्हीं दो वाक्यों को शुद्ध कीजिए-                                   2

(अ) तम्हें क्षमा माँगना चाहिए।

(ब) यहाँ ताजे गन्ने का रस मिलता है।

(स) भाषण सुनने अनेकों लोग आए।

(द) मीराबाई कृष्ण की भक्त कवि थी।

  1. (क) ‘शान्त रस’ अथवा ‘वीर रस’ की उदाहरण सहित परिभाषा लिखिए- 2

(ख) उपमा अलंकार अथवा ‘श्लेष’ अलंकार की उदाहरण सहित व्याख्या कीजिए।

(ग) दोहा अथवा चौपाई छन्द की उदाहरण सहित परिभाषा लिखिए।

  1. ग्राम प्रधान की ओर से अपने जनपद के जिलाधिकारी को एक पत्र लिखिए, जिसमें गाँव की सफाई व्यवस्था हेतु अनुरोध किया गया है?

अथवा

सरकारी विभाग के किसी अधिकारी के नाम अपनी नियुक्ति के लिए एक प्रार्थनापत्र लिखिए।

  1. निम्नलिखित विषय में से अपनी भाषा-शैली में निबन्ध लिखिए-

(क) मोबाइल फोन: वरदान या अभिशाप

(ख) विद्यार्थी और अनुशासन

(ग) विज्ञानः वरदान या अभिशाप

(घ) मेरा प्रिय कवि तुलसीदास

(ङ) प्रदूषणः समस्या और समाधान