Class 12 Sanskrit Model Paper 2025 – कक्षा 12 संस्कृत मॉडल पेपर 2025 UP Board Newly Updated Syllabus Question Paper 2025 session 2024-25 -UPMSP- Based on New pattern of Up Board
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कक्षा 12 संस्कृत मॉडल पेपर 2025, Dear Students – As the academic session 2024-25 under UPMSP (Uttar Pradesh Madhyamik Shiksha Parishad) approaches, we are pleased to present important updates for Class 12 students.
Class 12 Sanskrit Model Question Paper 2025 (UPMSP) | |||
Subject | Sanskrit | Board | UP Board (UPMSP) |
Class | 12th | Download PDF | Click Here |
103 303(AS)
2025
संस्कृत
समय : तीन घण्टे 15 मिनट पूर्णांक : 100
निर्देश : प्रारम्भ के 15 मिनट परीक्षार्थियों को प्रश्न-पत्र पढ़ने के लिए निर्धारित हैं।
- अधोलिखित गद्य-खण्ड पर आधारित प्रश्नों के उत्तर हिन्दी अथवा संस्कृत में दीजिएः 5×2=10
अथ अदर्शनम् उपगते भगवति गभस्तिमालिनि, चन्द्रापीडः गृहकुमुदिन्याः तार चन्दनरसैः क्षालितम् कादम्बरीपरिजनोपदिष्टम् शिलापट्टम् अधिशिश्ये। कादम्बरी तु मदलेखया सह तत्रागत्य, किंचित्कालं स्थित्वा, कृतप्रस्तावा, “कथं तारापीडः ? कथं देवी विलासवती ? कथं आर्यः शुकनासः ? कीदृशी च उज्जयिनी ? कियज्यध्वनि सा? कीदृशं भारतवर्षम् ? इत्यशेषं पप्रच्छ।“ एवं विविधाभिश्च कथाभिः सुचिरं स्थित्वा उत्थाय कादम्बरी, केयूरकं चन्द्रापीडसमीपशायिनम् आदिश्य, शयनसौधशिखरम् आरुरोह। तत्र च सितदुकूलवितानतलास्तीर्णम् शयनम् अभजत्।
(i) उपर्युक्तस्य गद्यांशस्य पुस्तकस्य लेखकस्य च नाम लिखतु ।
(ii) चन्द्रापीडः कस्यास्तीरे शिलापट्टम् अधिशिश्ये?
(iii) चन्द्रापीडः कस्योदिष्टम् शिलापट्टम् अधिशिश्ये?
(iv) शिलापट्टम् कैः क्षालितम् आसीत्?
(v) ‘भगवति’ में कौन-सी विभक्ति एवं वचन है?
अथवा
तत्र च वैशम्पायनेन पत्रलेखया च सह ‘एवं महाश्वेता, एवं कादम्बरी, एवं मदलेखा, एवं केयूरकः’ इत्यनयैव कथया दिवसम् अनैषीत्। तामेव कादम्बरी चिन्तयतः जाग्रत एव सा जगाम रात्रिः। अपरेद्युश्च समुत्थिते भगवति रवौ, आस्थानमण्डपगतः सहसैव प्रतीहारेण सह प्रविशन्तं केयूरकं ददर्श । दूरादेव कृतप्रणामम् एनम् ’एहि एहि’ इत्युक्त्वा गाढम् आलिङ्ग्य, आत्मनः समीपे एव समुपावेशयत्।
(i) अस्य गद्यखण्डस्य पुस्तकस्य लेखकस्य च नाम लिखत।
(ii) अस्य गद्यांशस्य प्रणेता कः?
(iii) चन्द्रापीडः केन सह प्रविशन्तं केयूरकं ददर्श?
(iv) ‘तत्र च वैशम्पायनेन पत्रलेखया च सह’ रेखांकित अंश का अनुवाद कीजिए।
(v) ‘इत्युक्त्वा’ का सन्धि-विच्छेद कीजिए।
- अपनी पाठ्य-पुस्तक के आधार पर निम्नलिखित में से किसी एक पात्र का हिन्दी में चरित्र-चित्रण कीजिएः (अधिकतम 100 शब्द) 4
(i) राजकुमार चन्द्रापीड
(ii) तरलिका
(iii) चाण्डालकन्या (मातग्कुमारी)
- बाणभट्ट का जीवन-परिचय देते हुए हिन्दी अथवा संस्कृत में उनकी भाषा- शैली का निरूपण। (अधिकतम 100 शब्द) 4
अथवा
- निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर दीजिएः
(क) ‘बहुभाषिणो न श्रद्दधाति लोकः’’ इति कस्योक्ति? 1
(i) शुकस्य (ii) चन्द्रापीडस्य
(iii) विलासवत्याः (iv) तारापीडस्य
(ख) महाश्वेतायाः माता का आसीत्? 1
(i) विलासवती (ii) गौरी
(iii) मदिरा (iv) मदलेखा
- अधोलिखित में से किसी एक श्लोक की सन्दर्भ-सहित संस्कृत में व्याख्या कीजिएः 2+5=7
(क) प्रत्यब्रवीच्चैनमिषुप्रयोगे तत्पूर्वभङ्गे वितथप्रयत्नः ।
जडीकृतस्त्र्यम्बकवीक्षणेन वज्र मुमुक्षन्निव वज्रपाणिः।।
अथवा
(ख) स त्वं मदीयेन शरीरवृत्तिं देहेन निर्वर्तयितुं प्रसीद।
दिनावसानोत्सुकबालवत्सा विसृज्यतां धेनुरियं महर्षेः ।।
- निम्नलिखित में से किसी एक श्लोक की हिन्दी में सन्दर्भ सहित व्याख्या कीजिए-
(क) सेयं स्वदेहार्पणनिष्क्रयेण न्याय्या मया मोचयितुं भवतः ।
न पारणा स्याद्विहतां तवैव भवेदलुप्तश्च मुनेः क्रियार्थः ।।
(ख) मान्यः स मे स्थावरजङ्गमानां सर्गस्थितिप्रत्यवहारहेतुः ।
गुरोरपीदं धनमाहिताग्नेर्नश्यत्पुरस्तादनुपेक्षणीयम् ।।
- अपनी पाठ्य-पुस्तक के आधार पर कालिदास की काव्य-षैली पर प्रकाष डालिए।(अधिकतम 100 शब्द) 4
अथवा
‘‘उपमा कालिदासस्य’’ की समीक्षा कीजिए। (अधिकतम 100 शब्द) 4
- अधोलिखित विकल्पों में से सही विकल्प चुनिएः
(क) दिलीपस्य गुरोः नाम लिखतु- 1
(i) वसिष्ठः (ii) दिलीपः
(iii) सुदक्षिणा (iv) सिंहः
(ख) रघुवंषमहाकाव्यम् केषु विभक्तम्? 1
(i) परिच्छेदेषु (ii) सर्गेषु
(iii) उद्योतेषु (iv) निःष्वासेषु
निम्नलिखित में से किसी एक अंश की सन्दर्भ-सहित हिन्दी में व्याख्या कीजिएः 2+5=7
(क) गौतमी-जाते! ज्ञातिजनस्निग्धाभिरनुज्ञातगमनाऽसि तपोवनदेवताभिः। प्रणम भगवतीः। शकुन्तला – (सप्रणामं परिक्रम्य। जनान्तिकम्।) हला प्रियंवदे! आर्यपुत्रदर्शनोत्सुकाया अपि आश्रमपदं परित्यजन्त्या दुःखेन मे चरणौ पुरतः प्रवर्तेते। प्रियंवदा-न केवलं तपोवनविरहकातरा सख्येवा त्वयोपस्थितवियोगस्य तपोवनस्यापि तावत् समवस्था दृश्यते।
उद्गलितदर्भकवला मृग्यः परित्यक्तनर्तना मयूराः ।
अपसृतपाण्डुपत्रा मुञ्चन्त्यश्रूणीव लताः ।।
अथवा
(ख) अर्थो हि कन्या परकीय एव
तामद्य संप्रेष्य परिग्रहीतुः ।
जातो ममायं विशदः प्रकामं
प्रत्यार्पितन्यास इवान्तरात्मा ।।
- निम्नलिखित में से किसी एक सूक्ति की सन्दर्भ-सहित हिन्दी में व्याख्या कीजिएः 2+5=7
(i) ओदकान्तं स्निग्धो जनोऽनुगन्तव्य इति श्रूयते ।
(ii) गुर्वपि विरहदुःखमाशाबन्धः साहह्यति।
(iii) न खलु धीमतां कश्चिद् विषयो नाम।
- कालिदास की नाट्य-कला पर प्रकाश डालिए। (अधिकतम 100 शब्द) 4
अथवा
‘‘काव्येषु नाटकं रम्यं तत्र रम्या शकुन्तला’’ की समीक्षा कीजिए। (अधिकतम 100 शब्द) 4
12.अधोलिखित में से सही उत्तर के विकल्प चुनिएः
(क) कन्या वस्तुतः कस्य सम्पत्तिः भवति? 1
(i) गुरोः
(ii) मातृपित्रोः
(iii) परकीयम्
(iv) जन्मदातुः
(क) अभिज्ञानशाकुन्तले कति अटाः सन्ति? 1
(i) पंचम (पॉंच)
(ii) सप्त (सात)
(iii) नव (नौ)
(iv) दश (दस)
निम्नलिखित में से किसी एक विषय पर 10 पंक्तियों में संस्कृत में निबन्ध लिखिएः 10
(i) सत्सङ्गतिः
(ii) परोपकारः
(iii) सत्यमेव जयते नानृतम्
(iv) स्वच्छभारताभियानम्
- उपमा अलंकार अथवा रूपक अलंकार की परिभाषा संस्कृत में लिखिए। 2
15.निम्नलिखित में से किन्हीं चार वाक्यों का संस्कृत में अनुवाद कीजिएः 4×2=8
(i) विद्यालय के चारों ओर वृक्ष हैं।
(ii) मोहन राम के साथ विद्यालय जाता है।
(iii) अध्यापक छात्रों को पीटता है।
(iv) सोहन ब्राह्मण को गाय देता है।
(v) सड़क के दोनो ओर वृक्ष हैं।
(vi) बालिका चावल से खीर पकाती है।
(vii) मनुष्यों में परोपकारी ही प्रशंसनीय है।
- (क) अधोलिखित रेखांकित पदों में से किसी एक में विभक्ति सम्बन्धी नियम- निर्देश का उल्लेख कीजिएः 2
(i) मह्यं रोचते श्रमः।
(ii) छात्रेषु रामः श्रेष्ठः।
(iii) नमो भगवते वासुदेवाय।
(ख) ‘क्षेत्रेभ्यः गाः वारयति।’ इस वाक्य के ‘क्षेत्रेभ्यः’ पद में कौन-सी विभक्ति है? 1
(i) तृतीया
(ii) पंचमी
(iii) द्वितीया
(iv) चतुर्थी
- (क) निम्नलिखित पदों में से किसी एक पद का समास-विग्रह कीजिएः 2
(i) इतिहरि
(ii) त्रिलोकी
(iii) राजपुरुष
(ख) ‘भीमार्जुनौ’ पद में प्रयुक्त समास का नाम हैः 1
(i) द्वन्द्व
(ii) द्विगु
(iii) अव्ययीभाव
(iv) बहुव्रीहि
- (क) ‘वगीशः’ शब्द का सन्धि विधायक सूत्र लिखिए। 2
(ख) ‘क्रुद्धः’ का संधि-विच्छेद होगा- 1
(i) क्रुध्+ धः
(ii) क्रु +द्धः
(iii) क्रुद् + धः
(iv) इनमें से कोई नहीं
- (क) ‘जगते’ शब्द में जगत्’ प्रातिपादिक के किस विभक्ति एवं वचन का रूप होता है? 2
(ख) ‘नाम्ने’ पद में ‘नामन्’ प्रातिपदिक के किस विभक्ति एव वचन का रूप होता है? 1
(i) सप्तमी विभक्ति, बहुवचन
(ii) तृतीया विभक्ति, एकवचन
(iii) चतुर्थी विभक्ति, द्विवचन
(iv)चतुर्थी विभक्ति, एकवचन
- (क) ‘लभध्वे’ का पुरुष एवं वचन लिखिए। 2
(ख) ‘वृध्’ धातु, लोट् लकार, उत्तम पुरुष, एक वचन का रूप है? 1
(i) वर्धे
(ii) अवर्धे, वर्धे
(iii) वर्धेय
(iv) वर्धेम
- (क) ‘नयनम्’ पद में प्रकृति एवं प्रत्यय बताइए। 1
(ख) ‘दा’ धातु में ‘ल्यूट्’ प्रत्यय लगाने पर शब्द बनेगा- 1
(i) दनम्
(ii) दाननम्
(iii) दानम्
(iv) पीतः
- अधोलिखित वाक्यों में से किसी एक का वाच्य-परिवर्तन कीजिएः 2
(i) कृषकः जलं पिबति।
(ii) कृष्णेन जलं पीयते।
(iii) त्वया पत्रं लिख्यते।